लाइसेंसी बंदूक सटक गया थाने का मालखाना- अब रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस

पब्लिक की सुरक्षा करने का दावा करने वाली पुलिस थाने में जमा कराई गई लाइसेंसी बंदूक की सुरक्षा नहीं कर सकी है।

Update: 2023-10-12 06:29 GMT

आगरा। पब्लिक की सुरक्षा करने का दावा करने वाली पुलिस थाने में जमा कराई गई लाइसेंसी बंदूक की सुरक्षा नहीं कर सकी है। थाने का मालखाना वर्ष 2012 के दौरान जमा कराई गई लाइसेंसी बंदूक को सटक गया है। मामला उजागर होने के बाद पुलिस आयुक्त ने इस बाबत मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जिससे महकमें में हड़कंप मच गया है। अब थाना पुलिस 11 साल पुराने रिकॉर्ड को खंगालकर गायब हुई बंदूक को ढूंढने में लगी हुई है।

एत्मादपुर थाना क्षेत्र के बिहारीपुर के रहने वाले आलू किसान एवं पूर्व प्रधान श्याम वीर सिंह ने वर्ष 2021 की 14 जुलाई को चुनाव के समय अपनी लाइसेंसी बंदूक एत्मादपुर थाने में जमा कराई थी।

पूर्व प्रधान की जब तबीयत खराब हो गई और उन्हें लकवा मार गया तो वह बंदूक रखने की स्थिति में नहीं थे। इसलिए वह थाने में अपनी बंदूक नहीं लेने के लिए गए थे। हालांकि उनका बेटा थाने में कई बार बंदूक लेने के लिए गया था, लेकिन पुलिस ने कहा कि जिसके नाम लाइसेंस है उन्हें ही बंदूक दी जाएगी।


वर्ष 2021 की 14 मार्च को जब श्यामवीर सिंह का देहांत हो गया तो उनके बेटे ने वारिसान के तौर पर उस बंदूक का शस्त्र लाइसेंस अपने नाम करा लिया जो 10 मई 2023 को उसके नाम दर्ज हो गया। उसके बाद वह पिता द्वारा हासिल की गई बंदूक की रसीद को लेकर जब थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे टरका दिया। कई बार वह बंदूक लेने के लिए गया लेकिन उसकी बात पर गौर नहीं किया गया।

उसने प्रार्थना पत्र भी दिया लेकिन किसी ने रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा। कई बार चक्कर काटने के बाद उसे बताया गया कि बंदूक मालखाने में नहीं मिल रही है। जिसके चलते पीड़ित बेटे ने इस मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त के पास पहुंचकर की। पुलिस आयुक्त ने अब इस बाबत मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। पीड़ित का कहना है कि अगर उसके पास बंदूक जमा कराते समय थाने से दी गई रसीद सुरक्षित नहीं होती तो वह इस बाबत दावा भी नहीं कर पाता।

Full View

Tags:    

Similar News