स्कूटर पर सवार वकील ने की बहस-कोर्ट नाराज-सुनवाई मुल्तवी
उच्च न्यायालय द्वारा वर्चुअली की जा रही सुनवाई के दौरान वकील साहब स्कूटर पर सवार होकर ही बहस में हिस्सा लेने लगे।;
प्रयागराज। उच्च न्यायालय द्वारा वर्चुअली की जा रही सुनवाई के दौरान वकील साहब स्कूटर पर सवार होकर ही बहस में हिस्सा लेने लगे। अदालत ने वकील साहब के इस कृत्य को अमर्यादित और कोर्ट की गरिमा के खिलाफ माना। जिसके चलते वकील साहब को नसीहत देते हुए कोर्ट द्वारा सुनवाई को अगली तिथि तक टाल दिया।
दरअसल प्रयागराज हाई कोर्ट में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए मुकदमों की सुनवाई इस समय वर्चुअल तरीके से चल रही है। किसी भी मामले की सुनवाई से पूर्व हाईकोर्ट की ओर से वकीलों को लिंक स्लाॅट भेज दिया जाता है। संबंधित वकील उस लिंक के माध्यम से कोर्ट के सामने रूबरू होते हुए बहस में हिस्सा लेता है। 25 जून को प्रयागराज हाईकोर्ट में एक ऐसी घटना हुई कि कोर्ट ने उसे देखकर केस की सुनवाई से ही इन्कार कर दिया और केस की अगली तारीख लगा दी। हुंआ यूं कि हाईकोर्ट में खुशबू के नाम से केस लगा था । वकील साहब को उस केस का लिंक भी हाईकोर्ट से प्राप्त हो गया था और उन्होंने खुद को कोर्ट से कनेक्ट भी कर लिया था। कोर्ट ने जब वकील साहब को देखा कि वह स्कूटर पर सवार होकर केस की बहस कर रहे हैं तो जस्टिस मनोज कुमार गुप्ता व जस्टिस एसएएच रिजवी की अदालत ने वकील के इस कृत्य को अमर्यादित और कोर्ट की गरिमा के खिलाफ माना।
अप्रसन्न अदालत ने अधिवक्ता को ऐसा अमर्यादित कृत्य भविष्य में न करने की नसीहत दी और केस की सुनवाई को 12 जुलाई तक के लिए टाल दिया। वकील की इस गलती का अंततः वादकारी को खामियाजा भुगतना पड़ा और उसके केस की सुनवाई नहीं हो सकी।
कोर्ट अधिवक्ता के कृत्य से इस कारण नाराज हुई कि जब सुनवाई का वीडियो लिंक अधिवक्ता को दिया गया तो उस समय वह स्कूटर से कही जा रहे थे और स्कूटर पर ही लिंक जोड़कर बहस शुरू कर दी। जिस पर कोर्ट नाराज हुई और केस सुनने से ही इंकार कर दिया और कहा कि भविष्य मे वह सावधानी बरते।