लंगड़े भेड़िया का छोटे बच्चे पर अटैक- गांव वालों ने आदमखोर को पीट...
सूचना मिलने के बाद वन विभाग के आला अधिकारी गांव में पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया।
बहराइच। महसी तहसील क्षेत्र के पचपन से अधिक गांवों में के लोगों की नींद हराम करते हुए पिछले 7 महीने के भीतर 10 लोगों को मौत के घाट उतारने के अलावा 50 से अधिक लोगों को घायल कर चुका लंगड़ा भेड़िया आखिर गांव वालों के लाठी डंडों का निशाना बन ही गया। सोये बच्चे पर किए अटैक में विफल रहने पर बकरी को दबोच कर भाग रहे लंगड़े भेड़िया को गांव वालों ने चारों तरफ से घेर लिया और दो गांव के लोगों की भीड़ ने उसे पीट-पीट कर मौत की नींद सुला दिया। सूचना मिलने के बाद वन विभाग के आला अधिकारी गांव में पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया।
महसी तहसील क्षेत्र के गांव तमाचपुर के मजरा इमाम खान पुरवा में शनिवार रात भेड़िए ने अपनी दस्तक देते हुए 3 वर्षीय नियाज पर अटैक कर दिया, लेकिन मच्छरदानी लगी होने की वजह से लंगड़े भेड़िया का अटैक विफल रहा और इस दौरान नियाज की मां नींद से जाग गई। मासूम की मां ने भेड़िए को देखकर जब शोर मचाना शुरू किया तो भेड़िया नजदीक में बंधी बकरी को मुंह में दबोच कर भागने लगा।
नियाज के चाचा आरिफ तथा अन्य की चीख पुकार को सुनकर बड़ी संख्या में गांव लोग इकट्ठा हो गए। उधर पड़ोसी गांव के लोग भी लाठी डंडे लेकर मौके पर पहुंच गए और दो गांव के लोगों की भीड़ ने बकरी को दबोच कर भाग रहे लंगड़े भेड़िए को चारों तरफ से घेर लिया।
चंगुल में फंसे लंगड़े भेड़िया को गांव वालों ने लाठी डंडों से पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। भेड़िए की मौत की जानकारी मिलने के बाद जिला वन अधिकारी समेत अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और भेड़िए के शव को अपने कब्जे में ले लिया।
जिला वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया है कि विभाग की ओर से गांव का निरीक्षण किया गया है, भेड़िए के शरीर पर चोट के निशान है और उसके मुंह से खून निकल रहा था। ग्रामीणों द्वारा भेड़िए को मौत के घाट उतारने के बाद अब पचपन से अधिक गांव के लोग राहत की सांस ले रहे हैं।