नौकरी को मारी लात- उठाया स्कूटर- निकल पड़े मां को दुनिया घुमाने
लोग उन्हें मॉडर्न श्रवण कुमार के नाम से पुकारते हुए उनके प्रयासों एवं मात्र संकल्प की जमकर सराहना कर रहे हैं।
वाराणसी। भारतीय संस्कृति एवं धार्मिक ग्रंथों में माता-पिता की दिल से सेवा करने वालों में श्रवण कुमार का नाम आदर और श्रद्धा भाव से लिया जाता है। लेकिन आधुनिक श्रवण कुमार ने अपनी अच्छी खासी नौकरी को लात मारी और स्कूटर पर अपनी मां को बैठा कर दुनिया घुमाने के लिए निकल पड़े। वाराणसी पहुंचने पर स्थानीय नागरिकों द्वारा 62000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके मॉडर्न श्रवण कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
सोमवार को कर्नाटक के मैसूर में रहने वाले कृष्ण कुमार स्कूटर पर अपनी माता को बैठा कर बनारस पहुंचे हैं। लोग उन्हें मॉडर्न श्रवण कुमार के नाम से पुकारते हुए उनके प्रयासों एवं मात्र संकल्प की जमकर सराहना कर रहे हैं। दो हेलमेट और एक बैग में कुछ जरूरी सामान, तथा दो पानी की बोतल एवं एक छाता लेकर 25 साल पुराने बजाज स्कूटर पर अपनी मां को लेकर दुनिया दिखाने के लिए निकले मॉडर्न श्रवण कुमार को देखकर सभी लोग अचंभित रह गए। अभी तक तकरीबन 62000 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तय कर 3 देशों की यात्रा पूरी कर चुके मॉडर्न श्रवण कुमार पर कहीं भी थकान नहीं दिखाई दे रही है।
मैसूर के 44 वर्षीय कृष्ण कुमार अपनी 74 वर्षीय मां चुडा रत्नम्मा को स्कूटर से दुनिया दिखाने के लिए निकले हैं। अच्छी खासी पगार वाली नौकरी छोड़ने के बाद कृष्ण कुमार ने अपने 25 साल पुराने बजाज चेतक स्कूटर को उठाया और अपनी मां को देश के मंदिरों के दर्शन पूजन कराने के उद्देश्य से वर्ष 2020 के सितंबर महीने में निकल पड़े। मॉडर्न श्रवण कुमार ने अपनी माता को तीर्थाटन कराने वाली इस यात्रा को मातृ सेवा संकल्प नाम दिया है।