खतौली उपचुनाव पर फिर कवाल कांड का साया- गौरव की मां ने भरा पर्चा

पर्चा दाखिल करने वाली सुरेश देवी ने कहा है कि उनका परिवार जिले में भाईचारा बनाने के लिए चुनाव मैदान में उतर रहा है।

Update: 2022-11-17 07:57 GMT

मुजफ्फरनगर। जनपद मुजफ्फरनगर में वर्ष 2013 के दौरान जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव कवाल में हुए दंगे की छांव एक बार फिर से खतौली विधानसभा सीट के उपचुनाव पर पडने जा रही है। दंगे की वजह बने कवाल कांड में मारे गए गौरव मलिक की मां सुरेश देवी ने आज खतौली विधानसभा सीट पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल करने वाली सुरेश देवी ने कहा है कि उनका परिवार जिले में भाईचारा बनाने के लिए चुनाव मैदान में उतर रहा है।

बृहस्पतिवार को जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगे की वजह बने कवाल कांड में मारे गए गौरव मलिक की मां सुरेश देवी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। कलेक्ट्रेट स्थित आरओ कक्ष में पति रविंद्र के साथ खतोली विधानसभा सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल करने वाली सुरेश देवी ने कहा है कि वह और उनका परिवार अब जिले में भाईचारा बनाने के लिए चुनाव मैदान में उतरने जा रहा है। जानसठ क्षेत्र के कवाल गांव के मजरे मलिकपुरा और हाल में शहर के दक्षिणी सिविल लाइन में रह रहे गौरव मलिक के पिता रविंद्र सिंह ने पिछले शुक्रवार को ही खतौली उपचुनाव के लिए अपनी पत्नी के नाम का नामांकन पत्र खरीदा था।

आज पति रविंद्र और लॉयर के साथ कलेक्ट्रेट पहु्रची सुरेश देवी ने आरओ के समक्ष अपने प्रस्तावकों के साथ हाजिर होते हुए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 के दौरान जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव कवाल में हुए दंगे के सिलसिले में ही खतौली विधानसभा सीट के बीजेपी विधायक विक्रम सैनी को अदालत की ओर से 2 साल की सजा सुनाई गई थी। जिसके चलते बीजेपी एमएलए की सदस्यता को रद्द कर दिया गया था। भारतीय जनता पार्टी ने दंगों के सिलसिले में अपनी सदस्यता गंवाने वाले बीजेपी नेता विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी को अब अपना उम्मीदवार बनाया है।

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