इमरान मसूद ने खेली होली, अब पढेंगे जुमे की नमाज- दिया मोहब्बत का पैगाम
रंगों के अंदर भी नफरत ढूंढी जा रही है तो मैं उस मोहब्बत के पैगाम को देने के लिए आगे आया हूं।;
सहारनपुर। होली के त्यौहारों पर लगातार नेताओं की बयानबाजी भी चल रही है लेकिन ऐसे में सहारनपुर में कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद ने जुमे के दिन नमाज पढ़ने से पहले हिन्दू भाईयों के साथ होली खेली और मीडिया से बातचीत करते हुए मोहब्बत का संदेश देने का काम किया। होली खेलने के बाद अब कांग्रेस सांसद इमरान मसूद नहाकर जुमे की नमाज पढ़ेंगे। इमरान मसूद ने कहा कि होली के दहन में नफरत को जलाया गया और इसके बाद ही होली की खुशी मना रहे हैं। सभी को एक-दूसरे की आस्था का सम्मान करते हुए त्यौहार मनाने चाहिए। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने होली खेलने के दौरान ही मीडिया से बातचीत करते हुए क्या कहा, जानने के लिये पढ़िये खोजी न्यूज की यह खबर....
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि पहली बार इस देश के अंदर होली के रंगों में नफरत ढूंढी जा रही थी। मैं उसको मोहब्बत के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा हूं। यह देश की संस्कृति है, देश के अंदर होली हो या दिवाली हो या ईद हो। सभी त्योहारों को हम लोग मिलजुल करके मनाते हुए आये हैं। हम लोगों ने हमेशा मिलजुल करके इस संस्कृति को जिंदा रखने का काम किया है। दिवाली पर मेरा घर पूरी तरह से हमेशा सजता है। होली के ऊपर मैं थोड़ा-सा परहेज करता था लेकिन इस बार मुझे जब दिखाई दिया कि रंगों के अंदर भी नफरत ढूंढी जा रही है तो मैं उस मोहब्बत के पैगाम को देने के लिए आगे आया हूं।
इमरान मसूद ने कहा कि हमने यह पहल की है कि हम लोगों को इस देश को बचाना है। हम सब लोग होली का त्यौहार मिलकर मना रहे हैं। सामने मस्जिद है, इसके बाद यहीं नमाज होगी। यही नमाज पढ़ने के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जितने हम लोग यहां पर मौजूद है, हिंदू भाई, मुस्लिम भाई, सिख भाई सभी हम लोग खड़े हुए हैं, सभी लोग मोहब्बत का पैगाम देने का काम कर रहे हैं और यह देश मोहब्बत से चलेगा, नफरत से नहीं चलेगा।
सांसद इमरान मसूद ने कहा कि मेरी हाथ जोड़कर उन लोगों से विनती है कि जो देश के अंदर नफरत बांट रहे हैं कि नफरत मत बोइेए। नफरत हम सबको तबाह कर देगी। यह देश मोहब्बत का है, इस देश को आजाद कराने के लिये सभी ने खून दिया है। यह देश के अंदर आज हमें आजादी का सांस लेने का जो मौका मिल रहा है, इस देश की आजादी को संजोने का काम करें, इसको कृपया करके किसी भी तरह की नफरत में बांटने काम ना करें।
प्रशासनिक अधिकारी कह रहे हैं कि अगर आपको परहेज तो बाहर ही न निकले और आप तो मुस्लिम होते हुए होली खेल रहे हैं, के सवाल पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि मैं यह कह रहा हूं कि आपको रंगों के लिए मोहब्बत के रंग है, इनमें नफरत क्यों ढूंढ रहे हैं भाई, यह तो मोहब्बत के रंग है। भाई इसमें नफरत क्यों ढूंढ रहा है। मैं यही पैगाम दे रहा हूं कि रंग लगने से क्या कुछ हो गया और अब मैं नहाने के बाद नमाज पढ़ने के लिए चला जाऊंगा, बात खत्म और क्या है इसके अलावा बताइए मुझे।
सांसद इमरान मसूद ने कहा कि इंडिया की टीम जीत गई थी, सैंकड़ों टोपी वाले घंटाघर के ऊपर खड़े थे और वहां पर गुलाल उड़ रहा था, तब क्या हो रहा था भाई। यह क्या तमाशा बना दिया आपने देश के अंदर। आप मस्जिदें ढ़कवा रहे हो, क्यों तमाशा करा रहे हैं भाई आप हमारे साथ। यह तमाशा बंद होना चाहिए। नफरत का काम नहीं, मौहब्बत की बात होनी चाहिए। हम लोग मौहब्बत वाले लोग हैं और मोहब्बत बांटने वाले लोग हैं, यह देश मोहब्बतों का देश है। इस देश की तहजीब को, उस गंगा जमुनी संस्कृति को जिंदा रखने की जरूरत है इसलिए आज हम लोगों ने यह संदेश दिया है कि हम लोग सभी मिलकर होली मनायेंगे और इसी तरह से ईद आने वाली है, ईद भी मनायेंगे।
मीडिया के मस्जिद ढकदी और आप मस्जिद के सामने ही होली खेल रहे हैं के सवाल पर सांसद इमरान मसूद ने जवाब देते हुए कहा कि तो क्या हुआ। एक बात तो बताओ, सभी को सभी का सम्मान करना चाहिए। ये मेरे हिन्दू भाई हैं, ये मस्जिदों का सम्मान नहीं करेंगे क्या, इनके गांव में मस्जिदें नहीं हैं क्या। यह सब मस्जिदों का सम्मान करते हैं।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि मैंने यह कोशिश की है कि यह संदेश पूरे देश में जाये और यह नफरतों के रंग मिटने चाहिए और मोहब्बत जिंदा रहनी चाहिए। होली का दहन नफरत ही तो जला रही है, उस नफरत को जलाकर मोहब्बत की बात कर रहे हैं और अगर आप इसके बाद भी नफरत की बात कर रहे हैं तो फिर आपने होली का दहन कहां क्या। मैं कहना चाहूंगा कि ईद हो या होली हो, किसी का भी त्यौहार हो, सभी को मिलजुलकर मनाना चाहिए।