पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश में गोली लगने से आरोपी घायल
आरोपी हरप्रीत सिंह को इन हथियारों की बरामदगी के लिए गांव सलार के पास ले गईं।;
मलेरकोटला, पंजाब में मलेरकोटला पुलिस की एक बड़ी कार्रवाई में, सात वर्षीय लड़के के अपहरण के लिए गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक हरप्रीत सिंह को गांव सलार के पास अवैध हथियारों को बरामद करने के लिए चलाये गये अभियान के दौरान पुलिस हिरासत से भागने का प्रयास करते समय गोली लग गई।
मलेरकोटला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गगन अजीत सिंह ने शुक्रवार को बताया कि यह घटनाक्रम पंजाब पुलिस द्वारा अपहरण के 24 घंटे के भीतर सीहन दाउद (खन्ना) से सात वर्षीय भवकीरत सिंह को सफलतापूर्वक छुड़ाने के एक दिन बाद सामने आया है। इस मामले में दो आरोपियों की पहचान अमरगढ़ के गांव बथान निवासी हरप्रीत सिंह (24) और अमरगढ़ के गांव जगोवाल निवासी रवि भिंडर (21) के रूप में हुई है, जबकि, उनके साथी की पहचान गांव सीहन दाउद के जसप्रीत सिंह के रूप में हुई, जो फॉर्च्यूनर एसयूवी में भागने का प्रयास करने और नाभा रोड पर गांव मंदौर में पुलिस पर गोलियां चलाने के बाद जवाबी कार्रवाई में मारा गया था।
इस त्वरित कार्रवाई के लिए, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने ऑपरेशन में शामिल पुलिस कर्मियों के लिए 10 लाख रुपये नकद इनाम और पदोन्नति की घोषणा की थी। गौरतलब है कि यह ऑपरेशन पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) पटियाला रेंज मनदीप सिंह सिद्धू की समग्र देखरेख में खन्ना, मलेरकोटला और पटियाला सहित तीन जिलों की पुलिस टीमों द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया था।
सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि जांच के दौरान एसएचओ अमरगढ़ को सूचना मिली कि आरोपी हरप्रीत सिंह और रवि भिंडर के पास अवैध हथियार होने का संदेह है। इसके बाद पुलिस टीमें आरोपी हरप्रीत सिंह को इन हथियारों की बरामदगी के लिए गांव सलार के पास ले गईं।
एसएसपी ने बताया कि स्थान पर पहुंचने पर आरोपी हरप्रीत ने मौके से बरामद पिस्तौल से पुलिस पार्टी पर गोलियां चलाकर भागने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिससे हरप्रीत के पैर में चोट लग गई। बाद में उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल मालेरकोटला ले जाया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने मौके से .32 कैलिबर की पिस्तौल और दो कारतूस बरामद किए हैं।