ओमीक्रॉन के कारण IMF ने घटाया भारत के विकास अनुमान को
आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कल वाशिंगटन में संगठन के ताजा आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट को जारी
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्राॅन के कारण भारत के चालू वित्त वर्ष के विकास अनुमान में आधी फीसदी की कटौती करते हुये इसके अब नौ फीसद रहने की बात कही है जबकि अलगे वित्त वर्ष के अनुमान आधी फीसदी की बढोतरी कर इसको भी नौ प्रतिशत कर दिया है।
आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कल वाशिंगटन में संगठन के ताजा आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट को जारी करते हुये कहा कि ओमीक्रॉन के कारण न: न सिर्फ भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर विकास प्रभावित हुआ है क्योंकि अधिकांश देशों ने इससे निपटने के लिए आवागमन प्रतिबंधित करने के साथ ही कई और तरह के प्रतिबंध लगाये या गतिविधियों को सीमित किया जिसके कारण आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुयी है। वर्ष 2023 में भारत की आर्थिक गतिविधियों के 7.1 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया गया है।
उन्होंने कहा कि इसी के कारण भारत के भी विकास परिदृश्य में कुछ कटौती की गयी है। उन्होंने कहा कि अब वर्ष 2021 की विकास दर भी भारत के लिए नौ फीसदी है और चालू वर्ष में भी यह नौ फीसदी हो गयी है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में ओमीक्रॉन के कारण आर्थिक गतिविधियों और आवागमन के प्रभावित होने के साथ ही कई स्थानों पर लॉकडाउन की वजह से विकास अनुमान में कटौती की गयी है।
आईएमएफ ने वर्ष 2021 में वैश्विक विकास अनुमान के 5.9 प्रतिशत पर और वर्ष 2022 में इसके 4.4 प्रतिशत पर आने की बात कही है। वर्ष 2023 में वैश्विक विकास दर के 3.8 प्रतिशत रहने की संभावना है। उसने कहा कि अमेरिका और चीन की आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती आने के कारण यह कटौती की गयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2021 में चीन की विकास दर 8.1 प्रतिशत, 2022 में 4.8 प्रतिशत और वर्ष 2023 में यह 5.2 प्रतिशत रह सकती है।
वार्ता