स्कूल में नहीं मिली एंट्री तो बगैर हिजाब के ही छात्राओं ने दी परीक्षा
अपने भविष्य के लिए समझौता करते हुए बगैर हिजाब के कक्ष में बैठकर परीक्षा दी।
नई दिल्ली। हिजाब विवाद के बीच शुरू हुई बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने के लिए सेंटर पर पहुंची छात्राओं को जब हिजाब के साथ एंट्री नहीं दी गई तो उन्होंने अपने भविष्य के लिए समझौता करते हुए बगैर हिजाब के कक्ष में बैठकर परीक्षा दी।
सोमवार को राज्य में चल रहे हिजाब विवाद के बीच कर्नाटक बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई है। राज्य के भीतर उठे हिजाब विवाद के बाद बोर्ड के एग्जाम पहली परीक्षाएं हैं जिनमें हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन का एग्जाम होना था। सेंटर बनाये गये स्कलों में कालेज प्रबंधन की ओर से सेंटर पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम के बाद छात्राएं जब हिजाब के साथ परीक्षा केंद्रों पर पहुंची तो उन्हें हाईकोर्ट के फैसले के मुताबिक हिजाब के साथ कालेज में एंट्री नहीं दी गई। छात्राओं ने कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए एग्जाम सेंटर के बाहर ही हिजाब अलग करने के बाद कालेज में एंट्री ली। स्टूडेंट ने अपने भविष्य को लेकर हिसाब से समझौता करना उचित समझा।
उल्लेखनीय है कि 1 दिन पहले ही कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश की ओर से कहा गया था कि परीक्षा हाल में हिजाब पहनकर आने वाली किसी भी छात्रा को एंट्री नहीं मिलेगी। हिजाब पहनकर छात्राएं स्कूल या एग्जाम सेंटर तक जा सकती है। लेकिन एग्जाम हॉल में एंट्री करने से पहले उन्हें हिजाब उतारना पड़ेगा।