ग्लेशियर हादसाः 'अंधेरा' बनेगा रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा
चमौली में ग्लेशियर टूटने के बाद का मंजर भयंकर है। इस त्रासदी की घड़ी में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व आईटीबीपी की टीमें दुर्गम रास्तों पर रेस्क्यू में लगी हुई है।
उत्तराखंड। चमौली में ग्लेशियर टूटने के बाद का मंजर भयंकर है। इस त्रासदी की घड़ी में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व आईटीबीपी की टीमें दुर्गम रास्तों पर रेस्क्यू में लगी हुई है। लेकिन धीरे-धीरे सूर्य ढल रहा है और अंधेरा हो रहा है। अंधेरा रेस्क्यू में बड़ी बाधा बनेगा। अभी कई लोगों के टनल में फंसे होने की आशंका है, जबकि दस लोगों के शव अभी तक बरामद किये जा चुके हैं।
चमौली के रैणी गांव में आज सुबह ग्लेशियर फटने के बाद भारी तबाही हुई है। बड़े हादसे के बाद शासन-प्रशासन राहत कार्यों में जुट गया है। आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और अपनी जान जोखिम में डालकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। अब तक कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला लिया गया है। वहीं 10 शव बरामद हो चुके हैं। अभी भी 150 से अधिक लोगों के इस हादसे में बहने की आशंका बनी हुई है, जिनकी तलाश की जा रही है।
टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं, लेकिन धीरे-धीरे सूर्य देव ढल रहे हैं। सूर्य देव के ढलते ही अंधेरा छाना शुरू हो गया है और कुछ ही देर में घने अंधेरे में तब्दील हो जायेगा। यह अंधेरा रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी बाधा बनेगा। हालांकि शासन की ओर से सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन अंधेरे के कारण टीमों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।