सहेली की जान बचाने को चार लड़कियों ने ऐसे दे दी अपनी जान
जानकारी मिलने के बाद नानपारा एसडीएम, तहसीलदार एवं एसएचओ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए हैं।
बहराइच। भेड़िया की दहशत में चल रहे लोग उस समय बुरी तरह से फूट-फूट कर रोने लगे जब डूब रही लड़की को बचाने के प्रयास में दो बालिकाओं एवं दो किशोरियों की पानी में डूब कर मौत हो गई है। एक साथ चार लड़कियों की मौत के हादसे से गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद चारों के शव बरामद कर लिए हैं।
मंगलवार की सवेरे नवाबगंज थाने के सतीकर गांव के बाहर लड़कियां फल तोड़ने के लिए गई थी। इसी दौरान 14 वर्षीय महक पुत्री काली खान तालाब में उतरकर फल तोड़ने के दौरान गहराई में चले जाने से तालाब में डूबने लगी।
उसकी चीख पुकार को सुनकर 10 वर्षीय सामिया पुत्री इरशाद, 10 वर्षीय साइबा पुत्री मेराज, 13 वर्षीय सरिकुल खातून पुत्री मकबूल एक एक करके तालाब में कूद गई। सहेली को बचाने के चक्कर में चारों लड़कियां पानी में डूब गई। लड़कियों को तालाब में डूबता हुआ देखकर गोताखोर भी दनादन पानी में कूद गए।
चारों को तालाब से निकलकर गंभीर अवस्था में ग्राम प्रधान तथा अन्य की मदद से अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद सभी को मृत घोषित कर दिया है। एक साथ दो बालिकाओं एवं दो किशोरियों की तालाब में डूब कर मौत होने से गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। जानकारी मिलने के बाद नानपारा एसडीएम, तहसीलदार एवं एसएचओ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए हैं।