अमेजॉन से 7000 का डिवाइस मंगा विदेशी महिलाओं ने लगा दी लाखों की चपत
विदेशी महिलाओं ने अमेजॉन से मात्र सात हजार रुपये का डिवाइस मंगा कर बैंक से लाखों रुपये निकाल लिए।
जयपुर। राजस्थान के उदयपुर में एटीएम हैक करने के प्रयास में एसओजी टीम द्वारा गिरफ्तार दोनों विदेशी महिलाओं ने अमेजॉन से मात्र सात हजार रुपये का डिवाइस मंगा कर महेश नगर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के सर्वर को हैक कर मात्र तीन दिनों में अलग-अ़लग एटीएम से 32 लाख रुपये निकाल लिए।
एटीएस एवं एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक अशोक राठौड़ ने बताया कि एटीएम सिस्टम को हैक कर बैंक सर्वर में डिवाइस लगा 32 लाख की ठगी करने वाली विदेशी महिलाओं यूगान्डा निवासी नानटोंगो एलेक्जेन्ड्रस एवं गाम्बिया निवासी लोरा कैथ को एसओजी जयपुर में लाकर पूछताछ की गई। जिसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आए है।
उन्होंने बताया कि जयपुर में महेश नगर स्थित बीओबी के शाखा प्रबंधक ललित कुमार की रिपोर्ट पर साईबर काईम पुलिस थाना एसओजी पर मुकदमा दर्ज कर उदयपुर में सुखेर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा से सोमवार को दोनों विदेशी महिलाओं को स्थानीय पुलिस व बैंक के सहयोग से दस्तायाब कर उदयपुर से जयपुर लाकर पूछताछ की गई तथा साक्ष्यों का तकनीकी विश्लेषण किया गया।
राठौड़ ने बताया कि पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य मालूम हुए। इस तरह की कार्यप्रणाली का यह पहला मामला सामने आया है। विदेशी महिलाओं ने नई दिल्ली में किराये का फ्लेट लेकर वहां पर साईबर ठगी का नेटवर्क स्टार्ट किया। अमेजन से रेसपैडरी पीआई नाम का डिवाइस 7 हजार रूपये में मंगवाया। इस डिवाइस को मोडिफाई कर सर्वर का रूप दिया। फिर एटीएम में जाकर इस डिवाइस को बैंक के सर्वर पोर्ट की जगह लगा कर वाईफाई से कनेक्ट कर एटीएम से जोड़ दिया। जिससे एटीएम का बैंक के मुख्य सर्वर से सम्पर्क टूट गया। उसके बाद एटीएम मशीन में एटीएम कार्ड लगा कर रुपये निकासी का कमाण्ड दिया। इस कार्रवाई में निकासी को एटीएम डिकलाईन कर देता है पर संदेश बैंक के मुख्य सर्वर तक नहीं जा पाता। अब डिवाइस के माध्यम से एटीएम को उक्त कार्ड वैध होने का संदेश पहुँचाया जाता है तथा अधिकतम राशि 20 हजार रूपये निकाल ली जाती है।
यह डिवाइस एक तरह का छोटा कम्प्यूटर हैं, जो कम्प्यूटर्स के बीच में स्विच के रूप में काम आता है तथा लाईनेक्स प्लेटफार्म से जुड़ा होता है। 14 जुलाई को दिल्ली से जयपुर आकर होटल में रूम लिया, तीन दिनों में चार एटीएम से निकाले 32 लाख, फिर निकल पड़ी नई वारदात के लिए उदयपुर।
एसओजी की डीआईजी शरत कविराज ने बताया कि दोनों महिलाए 14 जुलाई को जयपुर आई तथा एक होटल में रुकी। 16 जुलाई से 18 जुलाई के बीच महेश नगर, गोपालपुरा, सांगानेर एवं नेहरू पैलेस स्थित एटीएम से अलग अलग कुल 32 लाख रूपये निकाल लिये। उसके बाद दूसरी वारदात करने के लिए उदयपुर पहुँच गई। लेकिन साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, एसओजी ने वारदात से पहले ही दोनों को दबोच लिया। दोनों महिला आरोपियों से दो सिम कार्ड बरामद हुए हैं। ये सिम कार्ड उनके द्वारा उक्त चारों एटीएमों से रुपये निकालने के काम में लिये गये थे। इनसे दो मोबाईल फोन बरामद किये गये हैं जिनका विश्लेषण किया जा रहा है।
डीआईजी कविराज ने बताया कि आरोपियों से रेसपैडरी पीआई डिवाइस एवं राशि बरामदगी के प्रयास किये जा रहे है। इन दोनों विदेशी महिलाओं का किसी बहुत बड़े साईबर अपराध गिरोह से सम्बन्ध होने की प्रबल सम्भावना है जिसके सम्बन्ध में गहन पूछताछ जारी है।
वार्ता