नवजात शिशु को बेचने के मामले में 5 पर FIR दर्ज

नवजात शिशु को कथित तौर पर बेचने के मामले में 5 लोगों के खिलाफ पुलिस ने आपराधिक प्रकरण दर्ज़ किया है।

Update: 2021-07-25 13:19 GMT

खंडवा । मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में एक नाबालिग अविवाहित लड़की का अवैध रूप से प्रसव कराने और नवजात शिशु को कथित तौर पर बेचने के मामले में यहां के दो प्रतिष्ठित डॉक्टर्स सहित 5 लोगों के खिलाफ पुलिस ने आपराधिक प्रकरण दर्ज़ किया है।

पुलिस ने एक डॉक्टर सहित चार लोगों को आज गिरफ़्तार भी कर लिया है, जबकि एक लेडी डॉक्टर फरार है। पुलिस को आशंका है कि गिरोहबद्ध तरीके से नवजात शिशुओं का यह अनैतिक व्यापार लंबे समय से चल रहा था।

पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि एक महिला ने शिकायत की थी कि किसी ने उसे एक नवज़ात शिशु को पालने के लिए दिया था फिर अचानक उसे वह वापस लेने आया। उसे आशंका है कि उस नवजात को किसी को बेचा जा रहा है। उन्होंने इस शिकायत को बेहद गंभीरता से लिया और तत्काल टीम गठित कर इसकी गहन जाँच शुरू की। आरंभिक तौर यह खुलासा हुआ कि एक 15 वर्षीया नाबालिग अविवाहित लड़की का प्रसव शहर की प्रतिष्ठित लेडी डॉक्टर रेणु सोनी ने अवैध रूप से कराया और इसके बाद जन्मे नवजात को बेचने का मामला सामने आया। इस गंभीर मामले में प्रमुख भूमिका डॉ सौरभ सोनी की सामने आई, जो क्लिनिक संचालित करते हैं। उन पर गंभीर आरोप है कि इस क्लिनिक की आड़ में वे अवैध रूप से गर्भपात करवाने के बाद नवजात शिशु को बेचने का व्यवसाय कर रहे है। डॉक्टर सौरभ सोनी ने एक नवजात शिशु देखरेख के लिए एक महिला को सौंपा था। इसे वापस मांगने पर महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत की।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में डॉ रेणू सोनी ,डॉ सौरभ सोनी , जिला अस्पताल में पदस्थ नर्स संजना पटेल और डॉ रेणू सोनी के सहयोगी मोहसिन खान, डॉ सौरभ सोनी के सहयोगी कमलेश पटेल के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत कल प्रकरण दर्ज किया है। इसमें से डॉ सौरभ सोनी सहित चार आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है जबकि डॉ रेणु सोनी अभी फ़रार है।

आरोपियों से आरम्भिक तौर पर हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इस मामले में जिला अस्पताल में पदस्थ एक नर्स संजना पटेल की भूमिका भी महत्वपूर्ण थी, जो इस तरह के अनैतिक मामलों को गर्भपात या प्रसव के लिये वह डॉ सौरभ सोनी और डॉ रेणु सोनी से सम्पर्क में रहती थी।

वार्ता

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