महिला दरोगा का दूसरे समुदाय के अधेड पर आया दिल- पर शादी में..
पिछले काफी समय से चल रहे प्रेम प्रसंग के चलते दोनों ने कोर्ट मैरिज करने का पक्का इरादा बना लिया था।
बरेली। दूसरे समुदाय के अधेड के साथ कोर्ट मैरिज करने के लिए जा रही महिला दरोगा के इरादों को उस समय जोर का झटका लगा जब परिजनों की शिकायत पर एडीजी द्वारा महिला दरोगा का स्थानांतरण करते हुए उसे थाने से तुरत फुरत में रिलीव भी कर दिया गया।
दरअसल जनपद के सुभाष नगर थाने में तैनात महिला दरोगा का बहेड़ी के रहने वाले दूसरे समुदाय के चालक अधेड के साथ नैन मटक्का चल रहा है। पिछले काफी समय से चल रहे प्रेम प्रसंग के चलते दोनों ने कोर्ट मैरिज करने का पक्का इरादा बना लिया था। इसके लिए संबंधित विभाग में विधिवत रूप से आवेदन भी कर दिया गया था।
कोर्ट मैरिज को लेकर एसडीएम सदर की अदालत की ओर से जब अधिकारियों एवं दोनों के परिवारों को नोटिस भेजकर इस मामले में आपत्ति दर्ज कराने का समय निर्धारित करते हुए नोटिस जारी किया गया तो बेटी की करतूत से बुरी तरह बिफरे परिजन तुरंत मेरठ से चलकर बरेली पहुंचे और उन्होंने महिला दरोगा की शादी के फैसले को गलत करार देते हुए गैर समुदाय के युवक के साथ कोर्ट मैरिज करने को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई।
महिला दरोगा के परिवार ने इस बाबत एडीजी पी सी मीना से मुलाकात की और दरोगा का ट्रांसफर मेरठ अथवा आसपास के किसी अन्य जनपद में करने की मांग की। एडीजी ने महिला दरोगा के परिजनों की डिमांड पर महिला दरोगा का ट्रांसफर संभल के लिए कर दिया है। डीजी ने बताया कि जनहित में महिला दरोगा का तबादला आदेश जारी किया गया है, यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
उधर महिला दरोगा के भाई की ओर से दिए गए पत्र में कहा गया है कि उसकी बहन की कुछ समय पहले तक बहेड़ी थाने में तैनाती थी। अधेड़ उम्र का ड्राइवर उसकी बहन को थाने से आवास तक लाने और छोड़ने का काम करता था। इस दौरान चालक उसकी बहन को अपने समुदाय के धर्म स्थलों पर ले गया जहां महिला दरोगा का ब्रेनवाश कर दिया गया। जिसके चलते वह उसके साथ शादी करने को तैयार हो गई। भाई का कहना है कि आरोपी गैर समुदाय के अधेड ने उसकी बहन के फोटो और वीडियों बना रखी है जिसकी वजह से उसकी बहन आरोपी के दबाव में है।