किसान संगठनों ने मुख्यमंत्री की अपील पर नहीं लिया कोई फैसला
किसान संगठन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अपील पर आज बरनाला में हुई तीन घंटे की बैठक में कोई फैसला नहीं कर सके।
मोगा। पंजाब में नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अपील पर आज बरनाला में हुई तीन घंटे की बैठक में कोई फैसला नहीं कर सके।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों से अपील की है कि राज्य में कोयले का स्टाक कम रह गया है जिससे राज्य में बिजली संकट पैदा हो सकता है क्योंकि बिजली संयंत्रों में कोयला खत्म होने जा रहा है। किसानों के रेल रोको आंदोलन के कारण मालगाडियां भी नहीं चल रही हैं । कैप्टन सिंह ने आग्रह किया है कि मालगाडियां चलने दी जायें ताकि कोयला तथा आवश्यक वस्तुओं की ढुलायी हो सके।
बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां )के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी ने कहा कि मुख्यमंत्री की अपील पर विस्तार से चर्चा हुई लेकिन आज कोई फैसला नहीं लिया जा सका। उन्होंने कहा कि किसान यूनियनें रेल रोको कार्यक्रम को जारी रखने पर तुली हैं । बल्कि वे इस कार्यक्रम को तेजी से बढ़ायेंगें ताकि रेल यातायात पूरी तरह बाधित हो सके । हालांकि किसान आंदोलन से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है जिसका असर हिमाचल ,जम्मू कश्मीर में भी पड़ा है । ऐसा बताया जा रहा है कि इन राज्यों में पैट्रोल पंप सूखने लगे हैं ।
सुखदेव सिंह कोकरी के अनुसार किसान आंदोलन खत्म करने के मूड में नहीं हैं । उन्होंने मुख्यमंत्री पर बरसते हुये कहा कि इन हालात में सीएम को विधानसभा सत्र बुलाकर नये कानूनों में आवश्यक संशोधन करने चाहिये लेकिन कैप्टन सिंह को किसानों की कोई परवाह नहीं ।
वार्ता