निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के तहत अभियंताओं को मिली तैनाती- मंत्री
अभियंताओं के नवीन तैनाती हेतु उनकी ज्येष्ठता के क्रम में ऐच्छिक विकल्प लिए गए, जिसके आधार पर तैनाती आदेश जारी किया गया।
लखनऊ। सिंचाई एवं जलसंसाधन विभाग के सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता के पद पर नव प्रोन्नत 32 अधिशासी अभियंताओं (सिविल) को उनकी पसंद के आधार पर मनचाही तैनाती दी गयी। अभियंताओं के नवीन तैनाती हेतु उनकी ज्येष्ठता के क्रम में ऐच्छिक विकल्प लिए गए, जिसके आधार पर तैनाती आदेश जारी किया गया।
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में कल देर शाम सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्यालय में सिंचाई विभाग के नवप्रोन्नत 32 अधिशासी अभियंताओं (सिविल) के पारदर्शी पदस्थापना हेतु वरिष्ठता के क्रम में अभियंताओं से ऐच्छिक विकल्प लिए गए, जिसके आधार पर उन्हें पदस्थापन किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरी पारदर्शिता के साथ अभियन्ताओं को उनकी पसन्द के आधार पर तैनाती दी गयी, इससे अभियन्ताओं में सन्तुष्टि के साथ उनकी कार्य क्षमाता को भी बढ़ावा मिलेगा।
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से पदस्थापना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में है। भर्ती से लेकर तैनाती तक की पूरी प्रक्रिया में कहीं पर भी किसी प्रकार की अनियमित्ता नहीं होने दी जाएगी। जलशक्ति मंत्री ने समस्त पदस्थापित अभियन्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी ईमानदारी से कार्य करते हुए प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें। सभी अभियंता अपने तैनाती स्थल पर ग़रीबों की खुशहाली के लिए पूर्ण मनोयोग से कार्य करें।
जल शक्ति मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि सभी अभियंता अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करते हुए अन्नदाता किसानों को खुशहाल बनाएं, किसानो की आय बढ़ाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, यदि किसान खुशहाल होंगे तो देश एवं प्रदेश की तरक्की होगी। इस अवसर पर जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग अनिल गर्ग, प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, प्रमुख अभियन्ता (यांत्रिक) देवेन्द्र अग्रवाल, प्रमुख अभियंता परिकल्प एवं नियोजन आलोक जैन, प्रमुख अभियन्ता (परियोजना) के साथ अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे।