कोरोना की वजह से हाजी यात्रियों के इम्बारकेशन प्वाइंट्स कम किए गए : नकवी

कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल की वजह से इम्बारकेशन प्वाइंट्स को कम किया गया है

Update: 2021-12-02 14:12 GMT

नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि कोरोना महामारी के प्रोटोकॉल की वजह से हज यात्रियों के लिए इम्बारकेशन प्वाइंट्स की संख्या 21 से घटाकर 10 की गई है।

मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक सवाल के जवाब में कहा कि इस बार हज यात्री 21 इम्बारकेशन प्वाइंट्स की जगह 10 स्थानों से जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल की वजह से इम्बारकेशन प्वाइंट्स को कम किया गया है।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान दो वर्षों से हज यात्रा नहीं हुई है। मोदी सरकार में ही हज यात्रियों का कोटा बढ़ा है। इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा हज यात्री भारत से जाते हैं। इस साल उम्मीद है कि हज यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि तमाम वरिष्ठ अधिकारी और एजेंसियां, सऊदी अरब सरकार से बात कर रहे हैं। वहाँ जो भी प्रोटोकॉल होगा उसे हमें पालन करना होगा।

द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी आर बालू ने इम्बारकेशन प्वाइंट्स कम किए जाने के सम्बंध में सवाल पूछे थे। द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी आर बालू ने कहा कि हजयात्रियों के लिए इम्बारकेशन प्वाइंट्स की सूची में चेन्नई को शामिल नहीं किए जाने के मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, लेकिन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय का कहना है कि उससे तमिलनाडु सरकार की ओर से आग्रह नहीं किया गया। यह कैसे हो सकता है? इस मुद्दे को लेकर द्रमुक के सदस्यों ने हंगामा करते हुए सरकार से स्पष्टीकरण की माँग करने लगे। उन्होंने इस सम्बंध में प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को भी सदन में दिखाया।


वार्ता

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