DM साहब ने गुरु को अपनी कुर्सी पर बिठाया- खड़ा कर दिया विवाद
गुरु को सम्मान देते हुए डीएम ने उन्हें अपनी कुर्सी पर बैठाया और शाल ओढ़ा कर उन्हें सम्मानित किया।
नई दिल्ली। भारतीय संस्कृति के अंतर्गत गुरु को भगवान से भी बड़ा दर्जा दिया जाता है, लेकिन गुरु को अपनी कुर्सी पर बैठाने के बाद जिला अधिकारी विवादों में फंस गए हैं। राजस्व विभाग ने मामले का संज्ञान लेते हुए अब डीएम से जवाब मांगा है और चेतावनी दी है कि दोबारा से इस तरह की चीज नहीं होनी चाहिए।।
दरअसल भारतीय प्रशासनिक सेवा के युवा अधिकारी और दक्षिण पश्चिम दिल्ली के जिलाधिकारी लक्ष्य सिंघला के दफ्तर में उनके गुरु पहुंचे थे। गुरु को सामने आया देखकर जिलाधिकारी तुरंत हाथ जोड़कर अपनी कुर्सी से खड़े हो गए।
गुरु को सम्मान देते हुए डीएम ने उन्हें अपनी कुर्सी पर बैठाया और शाल ओढ़ा कर उन्हें सम्मानित किया। इसी बीच किसी ने इस मामले का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वीडियो वायरल होते ही गुरु को कुर्सी पर बैठने की बात को लेकर विवाद खड़ा हो गया। राजस्व विभाग ने मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम से इस बाबत जवाब मांगा है।
राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अफसर का कहना है कि दक्षिण पश्चिम दिल्ली के जिलाधिकारी और वर्ष 2019 बैच के आईएएस अफसर लक्ष्य सिंघल ने इस बाबत अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा है कि वह केवल अपने गुरु को सम्मान दे रहे थे और इस मामले का उनकी आधिकारिक जिम्मेदारी से कोई लेना देना नहीं है।
डीएम से जब पूछा गया कि उन्होंने सार्वजनिक कार्यालय में ऐसा क्यों किया तो डीएम ने जवाब दिया कि वह शुरू से ही मेरे गुरु रहे हैं। मैंने उन्हें सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया था।उन्होंने ही कॉलेज के दिनों के दौरान मुझे यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने की सलाह दी थी। मेरे पिता उन्हें अपना पिता मानते थे।