प्रतिबंध के बावजूद जमीन से लेकर आसमान तक खूब फूटे पटाखे
वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार चला गया जो शुक्रवार की सवेरे भी ऊंचाई पर बैठा हुआ है।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से लेकर आसमान तक खूब पटाखे फूटे हैं, जिसके चलते राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर से जहरीली हो गई है और देर रात वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार चला गया जो शुक्रवार की सवेरे भी ऊंचाई पर बैठा हुआ है।
शुक्रवार को राजधानी दिल्ली की हवा दीपावली के त्योहार पर जमीन से लेकर आसमान तक टूटे पटाखे की वजह से एक बार फिर से जहरीली हो गई है।
प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में आधी रात के बाद तक फूटे पटाखे की वजह से राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार चला गया जो 1 नवंबर शुक्रवार की सवेरे 6:00 बजे दिल्ली में 391 पर दर्ज किया गया है।
देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की बात की जाए तो इनमें उत्तर प्रदेश सबसे अव्वल स्थान पर है और इसके नो शहर वायु गुणवत्ता सूचकांक के मामले में सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के संभल में वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे ज्यादा खराब दर्ज किया गया है, यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 388 दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा 1 जनवरी 2025 तक पटाखों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित किया गया था। समिति द्वारा जारी किए गए आदेशों के मुताबिक पटाखे बनाने, उन्हें स्टोर करने, बेचने तथा इस्तेमाल पर रोक के बावजूद जमकर आतिशबाजी हुई है।