कोरोना संक्रमित को नहीं मिली छुट्टी-ऑक्सीजन के साथ ड्यूटी पर पहुंचा
कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद जब छुट्टी मंजूर नहीं हुई तो वह ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ही ड्यूटी पर पहुंच गया।
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में आकर बीमार हुए लोगों को बीमारी के साथ-साथ विभागीय नियम कानूनों से भी बुरी तरह से जूझना पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद उससे उबर रहे बैंककर्मी की जब छुट्टी मंजूर नहीं हुई तो वह ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ही ड्यूटी पर पहुंच गया। मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बैंक अधिकारियों के पसीने छूट गए। इस प्रकरण के बाद अब बैंक अधिकारी इस बाबत कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
दरअसल मामला झारखंड के बोकारो का है। अरविंद कुमार नामक व्यक्ति बैंक में काम करते हैं। पिछले दिनों वह कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। जिसके चलते अभी उनका इलाज चल रहा है। बैंककर्मी कोविड-19 से पूरी तरह स्वस्थ नहीं हुए हैं। लेकिन बैंक अधिकारियों ने उन्हें ड्यूटी ज्वाइन करने का हुक्म सुना दिया। जबकि बैंक कर्मी ने अपनी छुट्टी का आवेदन देते हुए बैंक अधिकारियों से कहा है कि वह अभी कोरोना संक्रमण से पूरी तरह उबर नहीं सका है। संक्रमण उसके फेफड़ों तक फैल चुका है। जिसके चलते उसे लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है।
क्योंकि उसका ब्लड ऑक्सीजन लेवल लगातार निचले स्तर पर बना हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अरविंद कुमार नामक बैंककर्मी ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ बैंक की शाखा में जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। सीढ़ियों से होता हुआ बैंक कर्मी एक बैंक अधिकारी के कमरे तक पहुंचता है। इस दौरान बैंककर्मी के साथ आए परिवारजनों और बैंक अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक होती है। इस दौरान कोरोना की चपेट में आकर बीमार हुए बैंककर्मी की हालत खराब दिखाई देती है। वीडियो में बैंक कर्मी मैनेजर से पूछता है कि उसे प्रताड़ित क्यों किया जा रहा है।
वह बीमार है और उसकी हालत गंभीर है। डॉक्टरों ने कहा है कि उन्हें रिकवर होने में कम से कम 3 माह का समय लगेगा। क्योंकि कोरोना वायरस का संक्रमण उसके फेफड़ों तक फैल चुका है। बैंक कर्मी ने बैंक प्रबंधन से अपना वेतन का भुगतान किए जाने की मांग की है। आरोप है बैंक अधिकारियों ने उसका भुगतान भी रोक लिया है। इस दौरान परिवार के एक सदस्य ने कहा है कि बैंक अधिकारियों ने जब बैंक कर्मी अरविंद कुमार की छुट्टी मंजूर नहीं की तो उन्होंने बीमारी से निजात पाने के लिए नौकरी से इस्तीफा दे दिया। लेकिन बैंक अधिकारियों ने उसे स्वीकार नहीं किया है। अब बैंक अधिकारी उसे वेतन काटने की धमकी दे रहे हैं। जिसके चलते अरविंद कुमार को ऑक्सीजन सपोर्ट पर ही काम पर आने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इस तमाम घटनाक्रम के बाद बैंक अधिकारियों ने अरविंद कुमार को घर वापस जाने के लिए कहा। अब बैंक अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से पल्ला झाड़ते हुए अपना पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं।