18 मंडलों में सैनिटाइजेशन से टूटी कोरोना की चेन
आंशिक कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रत्येक शनिवार व रविवार को प्रदेश भर में विशेष सेनीटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रत्येक शनिवार व रविवार को चलाए जा रहे विशेष सेनीटाइजेशन अभियान के जरिए अब तक सभी 18 मंडलों के 12016 वार्डों में सेनीटाइजेशन का काम कराया जा चुका है।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आंशिक कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रत्येक शनिवार व रविवार को प्रदेश भर में विशेष सेनीटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान प्रदेश के 17 नगर निगमों के 1355 वार्ड और 651 नगर निकायों के 12016 वार्डों में सेनीटाइजेशन का काम किया जा चुका है। खासकर प्रदेश के 26913 कंटेनमेंट जोन में माउंटेड स्प्रे मशीनों सेनीटाइजेशन का काम किया गया। इसी वजह से यूपी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से घट रही है। सरकार की इस पहल से गांवों में संक्रमण की रफ्तार भी सुस्त हुयी है वहीं, 60 हजार से अधिक निगरानी समितियों कोरोना की रफ्तार कम करने में अहम रोल अदा कर रही हैं।
पिछले 24 घंटे में यूपी में कोरोना के 8737 केस ही सामने आए हैं। यूपी में एक्टिव केस कम होकर करीब 1 लाख 36 हजार ही रह गए हैं जबकि कोरोना टेस्ट की रफ्तार सरकार ने बढ़ा दी है। यूपी में एक दिन में 2 लाख 79 हजार से अधिक टेस्ट रोजाना किए जा रहे हैं
सूत्रों ने बताया कि अभियान में स्मॉगगन व हैंडहेल्ड मशीनों से एंटी लार्वा का छिड़काव व सेनीटाइजेशन का काम किया गया। विभाग के अनुसार प्रदेश के 26 हजार से अधिक कंटेनमेंट जोन में 50 हजार से अधिक कोरोना संक्रामित लोग है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए युद्ध स्तर पर सेनीटाइजेशन का काम शुरू किया गया है।
अधिकारियों का दावा है कि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश के 1,10,538 बाजारों, प्रमुख स्थलों, अस्पतालों व सरकारी व निजी संस्थानों को भी सेनीटाइज किया गया। कोरोना संक्रमण के साथ डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए 6295 वार्डों में एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया गया है। विशेष सेनीटाइजेशन अभियान के दौरान 2,65,426 किलोग्राम सोडियम हाइपोक्लोराइड, ब्लीचिंग पाउडर, चूना व मैलाथियान डस्ट का इस्तेमाल किया गया।