सरकारी अस्पताल में हमला- जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन बंद किया काम
15-20 लोगों ने पीजीटी, कई जूनियर डॉक्टरों, नर्सों और निजी सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में उत्तरी 24 परगना के सरकारी सागर दत्ता अस्पताल में शुक्रवार को एक महिला मरीज की मौत से आक्रोशित भीड़ के हमले के बाद जूनियर डॉक्टरों और कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन काम बंद कर दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जूनियर डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों ने हमले के विरोध में कल शाम को काम बंद कर दिया और अपने संगठन पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (डब्ल्यूबीजेडीएफ) को इसकी जानकारी दी।
एक डॉक्टर ने बताया कि डब्ल्यूबीजेडीएफ ने आज एक बैठक बुलाने का निर्णय लिया है जिसमें ड्यूटी के दौरान उन पर हुए ताजा हमलों के मद्देनजर स्थिति पर फैसला लिया जायेगा।
यह घटना उस समय हुई जब एक महिला मरीज को दोपहर 14:57 बजे भर्ती कराया गया और चिकित्सकों द्वारा उसे बचाने के प्रयासों के बावजूद शाम 18.00 बजे उसकी मौत हो गई। इसके बाद करीब 15-20 लोगों ने पीजीटी, कई जूनियर डॉक्टरों, नर्सों और निजी सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया।
एक चिकित्सक ने आरोप लगाया है कि हमले अस्पताल में पुलिस की मौजूदगी में हुए और वर्दीधारी लोग मूकदर्शक बने रहे। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने चिकित्सा कर्मचारियों पर हमले के मामले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।