एंबुलेंस नदी में फंसी- आशा की सूझबूझ से गर्भवती पहुंची अस्पताल
बुरी तरह परेशान हो रही गर्भवती महिला को अस्पताल लेकर जा रही एंबुलेंस घने कोहरे की वजह से नदी के भीतर फंस गई।
हमीरपुर। प्रसव पीड़ा की वजह से बुरी तरह परेशान हो रही गर्भवती महिला को अस्पताल लेकर जा रही एंबुलेंस घने कोहरे की वजह से नदी के भीतर फंस गई। गर्भवती महिला की जब जान पर बन आई तो आशा बहू ने दूसरी एंबुलेंस को बुलाकर गर्भवती महिला को अस्पताल में भिजवाया। जहां उसकी हालत अब सही बताई जा रही है।
दरअसल जिले के भीतर से होकर बह रही चंद्रावल नदी के किनारे बसे कई गांव आजादी के इतने बरसों बाद भी मूलभूत सुविधाओं से बुरी तरह से जूझ रहे हैं। आपातकालीन स्थिति में इन गांव में आना जाना दुश्वारियां से भरा हुआ है। मौजूदा समय में भी लोगों को नदी के पानी को लांघकर अपने गांव पहुंचना पड़ता है। किसवाही गांव निवासी रामकरण कुशवाहा की पत्नी दुर्गेश कुशवाहा को प्रसव पीड़ा होने पर गांव की आशा बहू लीला पाल ने एंबुलेंस को सोमवार की तडके तकरीबन 3 बजे खबर देकर बुलाया था। गर्भवती महिला को एंबुलेंस में बैठा कर जब अस्पताल में ले जाया जा रहा था तो घने कोहरे के कारण चालक को रास्ता दिखाई नहीं दिया। जिसके चलते एंबुलेंस चंद्रावल नदी में चली गई और गहरे पानी में फस गई। एंबुलेंस मैं बैठी आशा ने फोन करके दूसरी एंबुलेंस को तत्काल बुलवाया, जिसके बाद प्रसूता को दूसरी एंबुलेंस की मदद से अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे उपचार दिया। महिला की हालत अब ठीक बताई जा रही है।