केदार बाबा के बाद यमुनोत्री धाम के कपट भी शीतकाल के लिए हुए बंद
माता यमुना के दर्शन एवं उनकी पूजा अर्चना शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली गांव में ही किए जाएंगे।
उत्तरकाशी। चार धाम के प्रमुख तीर्थ यमुनोत्री धाम के कपाट विशेष पूजा अर्चना के बाद निर्धारित समय के मुताबिक शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब 6 महीने तक शीतकाल के दौरान मां यमुना के दर्शन एवं उनकी पूजा अर्चना शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में किये जा सकेंगे।
रविवार को मां यमुना के भाई शनि देव समेश्वर महाराज अपनी बहन यमुना को लेने के लिए सवेरे के समय यमुनोत्री धाम पहुंचे। उसके बाद सैकड़ो श्रद्धालुओं एवं स्थानीय देव डोलियों की मौजूदगी में माता यमुना के मंदिर के कपाट पूजा अर्चना के बीच बंद किए गए।
मौके पर मौजूद रहे ग्रामीणों ने माता यमुना की डोली का फूल मालाओं, दीप नैवेद्य और धूप के साथ भव्य स्वागत किया। इसके बाद विशेष पूजा अर्चना के बाद पहले से निर्धारित समय के मुताबिक यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।
अब अगले 6 महीने तक शीतकाल की अवधि में माता यमुना के दर्शन एवं उनकी पूजा अर्चना शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली गांव में ही किए जाएंगे।