हिंदी दिवस पर SD कॉलेज ऑफ़ लॉ में हुआ 3 दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन
शहर के भोपा रोड पर स्थित एस. डी. कॉलेज ऑफ़ लॉ में आज हिंदी दिवस पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुजफ्फरनगर। शहर के भोपा रोड पर स्थित एस. डी. कॉलेज ऑफ़ लॉ में आज हिंदी दिवस पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कॉलेज चेयरमैन अशोक सरीन और सचिव विनोद कुमार ने हिन्दी दिवस पर हिंदी की अनिवार्यता पर बल दिया। कॉलेज डायरेक्टर मंजू मल्होत्रा ने हिंदी की स्वतंत्रता प्राप्ति से आज तक की यात्रा पर भी प्रकाश डाला। इस मौके पर कॉलेज प्राचार्या डॉ. रेणु गर्ग ने कहा कि हिंदी हमारे व्यक्तित्व का परिचायक है।
मुख्य वक्ता डॉ. मुकुल गुप्त का कहना था कि अब समय आ गया है कि संवैधानिक रूप से राज भाषा हिंदी जन-जन की भाषा के रूप में अपनी सांस्कृतिक मर्यादा से विश्व में सबसे अधिक समृद्ध शब्दकोश के साथ विराजमान हो रही है, हिंदी की देवनागरी लिपि व्याकरण में वैज्ञानिक रूप से प्रमाणिक है, और यही कारण है कि विश्व में हिंदी की स्वीकृति बढ़ रही है, एक भारतीय होने के नाते से हम सभी को संवाद हिंदी में ही करना चाहिए। नवीन शिक्षा प्रणाली के माध्यम से हिंदी भाषा निःसंदेह अपना गौरव पुनः प्राप्त करेगी।
उन्होंने यह भी आग्रह किया कि हम सभी को हिंदी साहित्य भी पढ़ना चाहिए ऐसा सभी का मानना था। इस विचार गोष्ठी में हिंदी सम्मान के लिए कॉलेज में तीन दिवसीय कार्यक्रम करने की प्राथमिकता पर बल दिया। आज की विचार गोष्ठी में हिंदी को व्यवहार में अपनाने पर बल दिया। अंत में विगत 13 सितम्बर की रात्रि जम्मू कश्मीर में तीन सैनिको में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, हुमायु भट की आतंकी घटना में हुई शहादत पर मौन रहकर श्रदांजलि अर्पित की।
विचार गोष्ठी में एस. डी. कॉलेज ऑफ़ लॉ परिवार से अमित कुमार, प्रीति लौर, पूनम शर्मा, बीता गर्ग, अभिनव गोयल, अमित त्यागी, वैभव कश्यप, अमित भारद्वाज, छवि जैन, अनीता सिंह, विपुल कुमार, प्रदीप सिंघल, संतोष शर्मा, अभिनव अग्रवाल, उमेश चंद त्रिपाठी, गरिमा तोमर, प्रीति दीक्षित, संजीव कुमार, शुभम सिंघल, विवेक सिरोही, डॉ. दीपक मलिकआदि उपस्थित रहे।