झोपड़ी में लगी आग में जिंदा जले 3 मासूम- मां का अभी तक पता नहीं

घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों द्वारा बुझाई गई

Update: 2024-04-14 07:33 GMT

रायपुर। झोपड़ी के भीतर लगी आग में तीन मासूमों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। जिस वक्त यह घटना हुई उस समय बच्चों के माता-पिता घर पर मौजूद नहीं थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों द्वारा बुझाई गई आग के भीतर से जिंदा जले तीनों बच्चों के शव बरामद कर लिए हैं।

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जनपद के कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र के गांव बरिमा में हुई दिल दहलाने वाली घटना में झोपड़ी में लगी आग में तीन मासूमों की जिंदा जलकर मौत हो गई है।

मिल रहे घटनाक्रम के मुताबिक गांव की मांझी बस्ती में रहने वाला देव प्रसाद पुणे में रहकर काम करता है और घटना के समय भी वह पुणे में मौजूद था।

घर पर देव प्रसाद की पत्नी सुगनी उसकी 8 वर्षीय बेटी कुमारी गुलाबी, कुमारी सुषमा और 2 वर्षीय लड़का रामप्रसाद गांव में रह रहे थे।

आधी रात के बाद रविवार की तड़के तकरीबन 3:00 बजे उनकी झोपड़ी में आग लग गई, जिसने देखते ही देखते भीषण रूप अख्तियार कर लिया। आसपास के लोगों ने जब रात के सन्नाटे में आग की लपेट और धुआं आसमान में उठता हुआ देखा तो तपिश महसूस होने के बाद नींद से जागे लोग मौके पर पहुंचे और वह आग को बुझाने के प्रयासों में जुट गए।

रात के अंधेरे में मौके पर उपलब्ध संसाधनों के जरिए घटना स्थल पर जमा लोगों द्वारा किसी तरह आग पर काबू पाया गया।

इसी बीच मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बुझी आग के भीतर से तीन मासूमों के शव बरामद किए हैं।

बच्चों की मां का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

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