बारकोड वाले वाहन ही राज्य में कर सकेंगे प्रवेश: अमरिंदर
किसी भी वाहन को पंजाब कोविड हेल्पलाइन पर रजिस्टर किए बिना पंजाब में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
लखनऊ। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह अपने राज्य की जनता को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में अब बाहरी राज्यों से आने वालों पर सख्ती बढ़ा दी गयी है। ऐसे लोगों की पहले जांच होगी और उनके वाहन पर बारकोड डाला जाएगा। इसके बाद ही उनका वाहन पंजाब में प्रवेश कर पाएगा।
पंजाब में हर रोज दूसरे राज्यों से हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। ऐसे में सूबा सरकार ने हाई रिस्क जोन और दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के लिए सख्ती बढ़ा दी है। भारत सरकार द्वारा घरेलू यात्रियों के लिए घरेलू एकांतवास की जगह स्व-निगरानी के विचार से सहमति न जताते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसे रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा, किसी भी वाहन को पंजाब कोविड हेल्पलाइन पर रजिस्टर किए बिना पंजाब में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
स्टेट कोविड-19 कंट्रोल रूम की तरफ से जारी निर्देशों के अनुसार अब 7 जुलाई के बाद पंजाब में आने वाले हर व्यक्ति को कोवा एप के जरिये रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होगा। इसके लिए साइट्स पर जाकर आने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा। यह नियम पंजाब में प्रवेश होने वाले सभी लोगों के लिए जारी होंगे। चाहे कोई व्यक्ति रेल, हवाई या सड़क के रास्ते ही पंजाब क्यों न आ रहा हो। रजिस्ट्रेशन से जारी बारकोड वाहन स्क्रीन पर न लगाए जाने पर पंजाब में एंट्री नहीं मिलेगी। पंजाब में आने के बाद हर व्यक्ति को 14 दिनों के लिए सेल्फ क्वारेंटाइन होना होगा और 14 दिन उन्हें रोजाना कोवा एप पर हेल्थ स्टेट्स अपडेट करना होगा या 112 पर जानकारी देनी होगी। लक्षण आने पर खुद जांच करवानी होगी। विदेश से लौटे व्यक्ति को 7 दिनों के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन व अगले 7 दिन घर पर जाकर आइसोलेट होना होगा।
राज्य में 3 जुलाई को पांच और लोगों की मौत के साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या 157 हो गई है। इसी बीच, राज्य में 24 घंटे में 153 नए पॉजिटिव केसों की भी पुष्टि हुई है, जिससे राज्य में कोरोना पीड़ितों की तादाद बढ़कर 5937 तक पहुंच गई है। इस दौरान, विभिन्न जिलों में 122 मरीज ठीक भी हुए हैं, जिनके साथ सूबे में कोरोना को मात देने वालों की संख्या 4266 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शुक्रवार को अमृतसर में 3 और लुधियाना में 2 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 324054 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए हैं। इस समय सूबे के विभिन्न अस्पतालों के आइसोलेशन वार्डों में 1514 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 34 मरीज (जालंधर के 2, होशियारपुर का 1, पटियाला के 3, नवांशहर के 1) ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 3 वेंटिलेटर पर हैं। शुक्रवार को जिन 122 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई, उनमें जालंधर के 26, संगरुर के 29, मोहाली के 8, गुरदासपुर के 5, पठानकोट, होशियारपुर, नवांशहर, बठिंडा व तरनतारन के 2-2, मुक्तसर के 10, फतेहगढ़ साहिब के 6, रोपड़ के 10, मोगा के 5, फाजिल्का के 3, कपूरथला के 9 और बरनाला का 1 मरीज शामिल हैं।
जालंधर में कोरोना के 20 पॉजिटिव केस रिपोर्ट किए गए। संजय गांधी नगर से सात और बाकी शहीद बाबू लाभ सिंह नगर, गुरु नानक नगर गांव पतड़ कलां इलाके से हैं। स्वास्थ्य विभाग के डॉ. टीपी सिंह का कहना है कि संक्रमित मरीजों की सूची तैयार कर आगे ब्योरा जुटाया जा रहा है और उनके संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल टेस्ट को भेजे जाएंगे।
(हिफी)