दिल्ली की नजरें प्लेऑफ पर - मुंबई की वापसी पर

प्लेऑफ में जाने के लिए मुंबई को अपने बचे शेष तीनों मैच जीतने की जरूरत है

Update: 2021-10-01 14:09 GMT

शारजाह। अपने पिछले मुकाबले में हार झेल चुकी दिल्ली कैपिटल्स की टीम शनिवार को जब गत चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुकाबले में उतरेगी तो उसकी नजरें रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुम्बई टीम के खिलाफ जीत दर्ज कर प्लेऑफ में अपनी जगह आधिकारिक रूप से पक्की करने पर लगी होंगी जबकि मुंबई की टीम अपने पिछले मुकाबले में जीत से उत्साहित होकर प्लेऑफ की अपनी दावेदारी को पुख्ता करना चाहेगी।

दिल्ली की टीम 11 मैचों में आठ जीत और 16 अंकों के साथ प्लेऑफ में अपनी जगह लगभग पक्की कर चुकी है लेकिन आधिकारिक रूप से प्लेऑफ में जगह बनाने और शीर्ष दो टीमों में अपनी जगह पक्की करने के लिए उसे अपने शेष तीन मैचों में मात्र एक जीत की जरूरत है। पिछली बार की फाइनलिस्ट दिल्ली अपने इस लक्ष्य को मुंबई के खिलाफ ही पूरा करना चाहेगी ताकि बचे दो मैचों में अगर-मगर की कोई गुंजाइश न रहे।

दूसरी तरफ मुंबई 11 मैचों में पांच जीत और 10 अंकों के साथ तालिका में पांचवें स्थान पर है। प्लेऑफ में जाने के लिए मुंबई को अपने बचे शेष तीनों मैच जीतने की जरूरत है। दिल्ली के खिलाफ हार से उसका समीकरण गड़बड़ा सकता है। पांच बार की चैंपियन मुंबई हर हाल में दिल्ली को हराना चाहेगी ताकि वह प्लेऑफ में अपनी दावेदारी को अभी से मजबूती दे सके।

दिल्ली को शारजाह के इसी मैदान में पिछले मुकाबले में कोलकाता नाईट राइडर्स ने तीन विकेट से हराया था जबकि मुंबई ने अबू धाबी में पंजाब किंग्स को छह विकेट से शिकस्त दी थी। दिल्ली ने अपना पिछले मुकाबले दिन का खेला था और मुंबई के खिलाफ भी उसका मुकाबला दिन का ही है।

दिल्ली ने कोलकाता के खिलाफ 127 रन का मामूली स्कोर बनाया था और हैदराबाद ने सात विकेट पर 130 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया था। मुंबई के खिलाफ दिल्ली ऐसी गलती नहीं दोहराना चाहेगी। मुंबई ने पंजाब के 135 के स्कोर को 19 ओवर में पार कर लिया था।

रोहित के रणबांकुरे दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच के प्रदर्शन को दोहरांना चाहेंगे। दिल्ली के मुकाबले मुंबई के लिये यह करो या मरो का मुकाबला ज्यादा होगा। इस मुकाबले में हार से गत चैंपियन का सारा खेल बिगड़ जाएगा।


वार्ता

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