धोनी व विराट के लिए 2020 की सौगात
विराट ने खेल के तीनों फॉर्मेटों में पचास से ऊपर का औसत बनाया, जो आसान नहीं, बल्कि अपने आप में एक मानक है
नई दिल्ली। आईसीसी ने विराट कोहली को दशक का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना है। आईसीसी ने ट्विटर पर इस बात की घोषणा की है। इसके अलावा धोनी को स्पिरिट ऑफ द क्रिकेट अवार्ड ऑफ द डिकेड के तौर पर आईसीसी ने चुना है। इन दो दिग्गजों के अलावा आईसीसी ने स्टीव स्मिथ को दशक का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पुरुष क्रिकेटर और अफगानी स्पिनर राशिद खान को दशक का सर्वश्रेष्ठ टी20 पुरुष क्रिकेटर चुना है। कोहली का परफॉर्मेंस इस दशक में शानदार रहा है। उन्होंने दशक के दौरान सबसे ज्यादा शतक, सबसे ज्यादा अर्धशतक और सबसे ज्यादा रन बनाने का कमाल किया है। कोहली ने दशक के दौरान 39 शतक और 48 अर्धशतक जमाए वहीं 122 कैच लेने में भी सफल रहे हैं। कोहली को इस दशक का सर्वश्रेष्ठ वनडे क्रिकेटर भी चुना गया है।
कोहली के अलावा धोनी को स्पिरिट ऑफ द क्रिकेट अवार्ड ऑफ द डिकेड के खिताब से आईसीसी ने नवाजा। धोनी के द्वारा साल 2011 में इंग्लैंड दौरे पर एक ऐसा काम किया गया जिसकी चर्चा आज आईसीसी ने भी की है। दरअसल 2011 में ट्रेंटब्रिज मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाज इयान बेल रन आउट हो गए थे। हालांकि बेल कन्फ्यूजन के कारण रन आउट हुए। इसके बाद धोनी ने खेल भावना दिखाई और बेल को फिर से बल्लेबाजी के लिए बुलाया था जिस समय इयान बेल रन आउट हुए थे, उस समय उनका स्कोर 137 रन था।
वहीं, स्टीव स्मिथ ने पिछले दस सालों में 65.79 की औसत से टेस्ट क्रिकेट में 7040 रन बनाए। उन्हें आईसीसी ने दशक का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी चुना है। महिला क्रिकेट की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर एलिस पैरी को दशक की बेस्ट महिला खिलाड़ी के अवॉर्ड से नवाजा गया है। उन्हें दशक की बेस्ट महिला टी-20 और वनडे खिलाड़ी आईसीसी ने चुना है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने 28 दिसम्बर को अपने अवार्ड्स ऑफ द डिकेड के तहत सर गैरफील्ड सोबर्स अवार्ड के लिए प्लेयर ऑफ द डिकेड के तहत विराट कोहली के नाम का ऐलान किया, तो करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमी खुशी से झूम उठे और आखिर झूमें भी क्यों न! विराट ने पिछले एक दशक में अपनी बल्लेबाजी से दुनिया भर के प्रशंसकों को झूमने पर मजबूर किया है और अगर पैतृक संस्था ने उन्हें दशक का खिलाड़ी घोषित किया है, तो इसको लेकर कोई वाद-विवाद नहीं हो सकता। विराट को वनडे प्लेयर ऑफ द डिकेट भी चुन गया। वास्तव में विराट ने इस अवार्ड झटकने के लिए एक दशक में लगातार बल्ले से रन बनाए हैं।
बता दें कि प्लेयर ऑफ द डिकेड वर्ग में विराट के अलावा आर. अश्विन (भारत), जो रूट (इंग्लैंड), कुमार संगकारा (श्रीलंका), स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया), एबीडि विलियर्स (दक्षिण अफ्रीका) और केन विलियम्स (न्यूजीलैंड) नामित थे। कोहली ने सभी को मात देते हुए यह बड़ा अवार्ड जीतने का गौरव हासिल किया। मानक के तहत खिलाड़ियों के 1 जनवरी 2011 से 7 अक्टूबर 2020 के बीच किए गए प्रदर्शन को आधार बनाया गया था।
विराट ने खेल के तीनों फॉर्मेटों में पचास से ऊपर का औसत बनाया, जो आसान नहीं, बल्कि अपने आप में एक मानक है और शायद यही वजह रही कि विराट ने अपने दिग्गज प्रतिस्पर्धियों को मात देते हुए प्लेयर ऑफ द डिकेट का अवार्ड अपनी झोली में डाल लिया।
विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन पर नजर डालें तो उन्होंने 86 टेस्ट मैच में 53.62 के औसत से 7240 रन बनाए हैं। इनमें उन्होंने 27 शतक बनाएं। इसी प्रकार एक दिवसीय मैचों में विराट ने 208 मैचों के दौरान 61.38 के औसत से 10388 रन बनाए। एक दिवसीय मैचों में विराट कोहली ने 39 शतक जड़े हैं। फटाफट मैचों अर्थात् टी-20 की बात करें तो इसमें भी विराट का प्रदर्शन अच्छा रहा है। उन्होंने 80 टी-20 मैचों में 50.32 के औसत से 2768 रन बनाए। टी-20 में विराट कोहली ने 34 अर्द्धशतक भी लगाए हैं। (हिफी)