...जब चिड़िया चुग गयीं खेत

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन गुजरात में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर रावण वाला बयान देकर चौतरफा घिर गए

Update: 2022-12-05 13:30 GMT

नई दिल्ली। सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने गुजरात में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दिन कांग्रेस को प्रायश्चित करने की सलाह दी। मुमताज ने कहा 'हम जो कहते हैं, उससे सावधान रहना चाहिए क्योंकि शब्दों का दुरुपयोग होता है और असली संदेश खो जाता है। मुमताज पटेल का इशारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रावण बताने वाले बयान की तरफ था। मल्लिकार्जुन खरगे के बयान ने कांग्रेस का जोे नुकसान करना था, कर दिया है, अब प्रायश्चित करने से भी कुछ हासिल होना नहीं है। आश्चर्य तो इस बात पर हो रहा है कि कांग्रेस ने अभी कुछ दिन पहले ही मल्लिकार्जुन खरगे को अध्यक्ष पद पर चुना है। अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर भी उम्मीदवार थे। खरगे के इस बयान के बाद कांग्रेस के लोग भी सोच रहे होंगे कि शशि थरूर को अध्यक्ष चुना जाता तो ज्यादा बेहतर रहता। थरूर नपे-तुले शब्दों मंे प्रतिक्रिया देते हैं। खरगे ने उसी तरह से कांग्रेस का सियासी नुकसान किया है जैसे 2017 मंे मणिशंकर अय्यर ने नरेन्द्र मोदी को चाय वाला और नीच शब्द का प्रयोग कर किया था। बहरहाल, कांग्रेस का खेत तो चिड़िया चुग गयीं लेकिन मुमताज पटेल के रूप मंे कांग्रेस के लिए एक समझदार नेत्री मिलती जरूर दिख रही है। देखना यह है कि कांग्रेस हाई कमान इसका फायदा कितना उठाता है। हालांकि बीते वर्षों में कांग्रेस ने अपने उदीयमान नेता खोए ही हैं। मध्य प्रदेश के ज्योतिरादित्य सिंधिया इसके उदाहरण हैं। जितिन प्रसाद दूसरा नाम है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे गुजरात में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर रावण वाला बयान देकर चौतरफा घिर गए। जहां एक ओर बीजेपी उनपर हमलावर थी, वहीं, दूसरी ओर खरगे को कांग्रेस के अंदर से भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह मिली है। गुजरात के भरूच से कांग्रेस नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से बचने में ही समझदारी है। नेताओं को अपने शब्दों को सावधानी से चुनना चाहिए। मुमताज पटेल ने पीएम मोदी के खिलाफ विवादास्पद बयान से जुड़े एक सवाल पर कहा, हम जो कहते हैं उससे सावधान रहना चाहिए, क्योंकि शब्दों का दुरुपयोग होता है और असली संदेश खो जाता है। उन्होंने कहा कि ये सलाह सिर्फ कांग्रेस के लिए ही नहीं, बल्कि सभी दलों और सभी नेताओं के लिए है। खरगे ने गुजरात के अहमदाबाद में एक रैली के दौरान पीएम मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद खरगे की ये रैली पहली थी। गुजरात में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि प्रधानमंत्री सभी चुनावों में लोगों से उनका चेहरा देखकर वोट करने के लिए कहते हैं। खरगे ने पूछा था, क्या आप रावण की तरह 100 सिर वाले हैं। खरगे की टिप्पणी को भाजपा ने गुजरात के लोगों का अपमान करार दिया था।

खरगे ने जनसभा में कहा, क्या मोदी आकर म्यूनिसिपैलिटी के काम करने वाले हैं। मुसीबत में मदद करने वाले हैं। आप तो प्रधानमंत्री हैं। आपको जो काम दिया गया है वो काम करिए। वो छोड़ कर म्यूनिसपल कॉर्पोरेशन इलेक्शन, एमएलए इलेक्शन.... हर वक्त अपनी ही बात करते हैं। आप किसी को मत देखो, मोदी को देख कर वोट दो। तुम्हारी सूरत कितनी बार देखें। कॉर्पोरेशन इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत देखना, एमएलए इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत देखना। एमपी इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत देखना। हर जगह। कितने हैं भाई... क्या आपके रावण के जैसा 100 सिर हैं क्या। समझ में नहीं आता। जहां मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी के लिए 100 मुख वाले रावण वाला बयान दिया था, वहीं, कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने नरेंद्र मोदी के नाम पर एक स्टेडियम का नाम बदलने की बात करते हुए कहा था, हम मोदीजी को उनकी औकात (स्थिति) दिखाना चाहते हैं। पीएम मोदी ने गुजरात के कलोल में रैली के दौरान दोनों नेताओं को जवाब दिया। पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के रावण वाले बयान पर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी को तो राम सेतु से भी नफरत है। कांग्रेस में पीएम पद को नीचा दिखाने के लिए इस बात पर कंपीटिशन चल रहा है कि कौन सबसे ज्यादा गाली दे सकता है। मुझे गाली देने के लिए रामायण से रावण को ले आए। एक रामभक्त को रावण कहना गलत है। उन्होंने कहा कि लोग जितना कीचड़ उछालेंगे कमल उतना ही खिलेगा।

पीएम मोदी ने कहा, कुछ दिन पहले कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि मोदी कुत्ते की मौत मरेंगे, दूसरे ने कहा कि मोदी हिटलर की मौत मरेंगे। कोई रावण कहता है तो कोई कॉकरोच कहता है। उन्होंने कहा, गुजरात ने मुझे जो ताकत दी है, उससे कांग्रेस परेशान है। कांग्रेस के एक नेता यहां आए और कहा कि हम इस चुनाव में मोदी को उनकी औकात दिखाएंगे। कांग्रेस को लगा कि अभी और कहने की जरूरत है, इसलिए उन्होंने खरगे को यहां भेजा। मैं खरगे का सम्मान करता हूं, लेकिन उन्हें वही कहना पड़ा होगा जो उनसे पूछा गया था। कांग्रेस को नहीं पता कि गुजरात राम भक्तों का राज्य है। यहां उन्होंने कहा कि मोदी 100 सिर वाला रावण है।

अहमद पटेल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सबसे भरोसेमंद सहयोगी थे। दो साल पहले 71 साल की उम्र में कोविड से उनका निधन हो गया था। अहमद पटेल की राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी मुमताज पटेल संभाल रही हैं। माना जा रहा था कि मुमताज अपने पिता की सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मुमताज ने खुद मीडिया को बताया कि आखिर उन्होंने क्यों विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा? विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने के सवाल पर मुमताज ने कहा, अभी मैं चीजों को देख और समझ रही हूं। जब मैं सारी चीजों को देख और समझ लूंगी, तब जनता के बीच जाऊंगी और उसके बाद मैदान में आऊंगी।

एक समय था जब कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर नीच बयान के साथ लौटे थे। दरअसल, अय्यर ने 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में दिए गए अपने विवादित बयान नीच किस्म का आदमी को सही ठहराते हुए एक लेख लिखा। गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान अय्यर के दिए इस बयान पर काफी बवाल मचा था और बाद में कांग्रेस नेता को माफी मांगनी पड़ी थी। इस बीच, कांग्रेस ने अय्यर के बयान से पल्ला झाड़ लिया था और उनके लेख को निजी विचार बताया। इधर, बीजेपी ने मुद्दे को लपकते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को घेर लिया। मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी के लिए नीच किस्म का आदमी शब्द का प्रयोग किया था। उस समय इसकी बीजेपी समेत कई दलों ने तीखी आलोचना की थी और मणिशंकर अय्यर ने इसके लिए माफी भी मांगी थी लेकिन वह एक लेख में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल की रैलियों के बयानों का हवाला देते हुए कहा, याद है 2017 में मैंने मोदी को क्या कहा था? क्या मैंने सही भविष्यवाणी नहीं की थी? उधर, कांग्रेस ने अय्यर के बयान से पाल्ला झाड़ते हुए कहा कि गलत बयान देने वालों पर अध्यक्ष राहुल गांधी कार्रवाई करते हैं। पार्टी नेता पवन खेड़ा ने कहा, श्पीएम मोदी ने संवाद का स्तर नीचे गिराया है। लेकिन कांग्रेस के नेता और उनक मौजूदा राष्ट्रीय

अध्यक्ष खरगे स्वयं संवाद की शैली भूल गये हैं। (हिफी)

Tags:    

Similar News