जिन्हे पुलिस गाड़ियों में तलाशंती रही, वह पैदल ही मंजिल की तरफ बढ रहे थे
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को लखीमपुर जाने से रोकने में पुलिस के पूरी तरह से पसीने छूट गए
लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को लखीमपुर जाने से रोकने में पुलिस के पूरी तरह से पसीने छूट गए। गिरफ्तारी से पहले रालोद मुखिया ने पुलिस को बुरी तरह से छकाया और गाडी के बजाय वह पैदल ही लखीमपुर खीरी की तरफ बढ़ते रहे। इस दौरान पुलिस गाड़ियों की खाक छानते हुए उनके भीतर रालोद मुखिया को ढूंढती रही।
सोमवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में प्रभावित हुए किसानों के परिवारों से मिलने के लिए जा रहे राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी की गिरफ्तारी के पहले पुलिस को उन्हें ढूंढने में ही बुरी तरह से पसीने छूट गए। राजधानी दिल्ली से अपने समर्थकों के साथ गाड़ियों के काफिले के साथ लखीमपुर जाने के लिए निकले रालोद मुखिया जयंत चौधरी समर्थकों के बलबूते हाईवे से होते हुए आगे बढ़ते रहें। अनेक स्थानों पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग करते हुए रालोद मुखिया को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन उनके समर्थक पुलिस के साथ भिडते हुए उनके लिए रास्ता बनाते रहे। टोल प्लाजा पर ऐसे हालात उत्पन्न हुए कि पुलिस ने रालोद मुखिया के रास्ते में जगह-जगह अवरोधक खड़े कर दिए। रालोद मुखिया जयंत चौधरी को जब पुलिस की इस मंशा का पता चला तो वह अपनी गाड़ी से उतरकर पैदल ही लखीमपुर खीरी की तरफ निकल लिये। इस दौरान उन्होंने अपने मुंह पर सफेद कपड़ा लपेट रखा था और वह पैदल ही एक आम आदमी की तरह कदमताल करते हुए अपनी मंजिल की तरफ बढे चले जा रहे थे। इस दौरान पुलिस रालोद मुखिया को सडक पर दिल्ली की ओर से आ रही गाडियों को रुकवाकर उनके भीतर खोजती रही।