कोरोना वैक्सीन का दुष्प्रचार करने वाले आज चारों खाने चित्त: योगी
वैज्ञानिकों के मुताबिक दूसरी लहर अधिक खतरनाक बताई गई लेकिन समूचे प्रदेश में इसके लिए समुचित व्यवस्था की गई है
ग़ाज़ियाबाद। कोविड वैक्सीनेशन को दुनिया का सबसे बड़ा अभियान बताते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) का नाम लिये बगैर कहा कि कुछ लोगों ने वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार किया मगर आज वो चारों खाने चित्त हैं।
गाजियाबाद में संतोष हास्पिटल मे कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिये सुविधाओं का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में योगी ने कहा कि बुलंदशहर से लेकर कैराना और लोनी में सपा उम्मीदवारों की घोषणा से यह साफ हो गया है कि लोगों की संपत्ति को कब्जा करने वालों को आश्रय दिया गया है।
उन्होने कहा कि वैज्ञानिकों के मुताबिक दूसरी लहर अधिक खतरनाक बताई गई लेकिन समूचे प्रदेश में इसके लिए समुचित व्यवस्था की गई है। बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाई गई। तीसरी वेब कम खतरनाक है लेकिन बीमारी है तो सावधानी निश्चित तौर पर बरतनी होगी। जिसके लिए कई तरह की योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक्टिव केस प्रदेश में एक लाख से अधिक और गाजियाबाद में 10 हजार से अधिक हैं।
योगी ने कहा कि भारत में वैक्सिनेशन का दुनिया का सबसे बड़ा अभियान चल रहा है। कल तक 157 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं और इसमें हमारे प्रदेश का बड़ा योगदान है, 57 करोड़ लोगों को प्रदेश में भी डोज दी जा चुकी है। वैक्सीन के खिलाफ कुछ लोगों ने दुष्प्रचार भी किया और जिन्होंने दुष्प्रचार किया उन्होंने भी स्वीकार किया कि भारत की वैक्सीन अच्छी है और दुष्प्रचार करने वाले चारो खाने चित्त हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरी वेब के दौरान और ऑक्सीजन का संकट देखने को मिला था लेकिन एयरफोर्स के वायुयान और स्पेशल ट्रेनों के द्वारा लोगों की जान बचाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि आज भी 10,000 से अधिक टेस्ट प्रतिदिन गाजियाबाद में हो रहे हैं, 72000 प्रदेश में निगरानी कमेटियां बनाई गई हैं। गांव में प्रधान और शहर में पार्षद अध्यक्ष हैं जिनकी देखरेख में डोर टू डोर लगातार सर्वे भी किया जा रहा है। 23 जनवरी तक स्कूल कॉलेज बंद रखे गए हैं। फर्स्ट डोज सबको उपलब्ध कराए जाने के लिए अभियान जारी है।
योगी ने 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए बनाए गए सबसे बड़े कॉविड टीकाकरण केंद्र इंग्राहम स्कूल का भी जायजा लिया तथा वहाँ की व्यवस्थाओं से वे संतुष्ट दिखाई दिए।
वार्ता