नकली शराब से हुयी मौतों की न्यायिक जांच हो- लल्लू
बड़े शराब माफियाओं को बचाने के लिए आबकारी सिपाही और कुछ छोटे कर्मचारियों पर कार्यवाही कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जहरीली शराब से हो रही मौतों के लिये योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मांग की पिछले चार साल में जहरीली शराब से हुयी मौतों की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से करायी जाये।
कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने रविवार को कहा कि जहरीली शराब बेंचने वालों को सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। सरकार के संरक्षण में दस हजार करोड़ से अधिक का समानान्तर अवैध शराब कारोबार चल रहा है। समय-समय पर इन अवैध शराब कारोबारियों के साथ पुलिस मुठभेड़ में कई पुलिसकर्मी घायल हुए और कईयों ने जान गंवाई है। अब तक कार्यवाही के नाम पर सिर्फ दिखावा हुआ है। बड़े शराब माफियाओं को बचाने के लिए आबकारी सिपाही और कुछ छोटे कर्मचारियों पर कार्यवाही कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
उन्होने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा 12 अप्रैल 2017 को यह आदेश पारित किया है कि प्रदेश में जहरीली शराब कारोबार को रोकने व इसकी बिक्री करने वालों के विरूद्ध आजीवन कारावास, गैंगेस्टर व मृत्यु दण्ड जैसे सख्त दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने सदन में भी आवाज उठायी है कि इन अवैध शराब कारोबारियों पर क्या कार्यवाही हो रही है। शराब माफियाओं को कौन संरक्षण दे रहा है।इन मौतों का कौन जिम्मेदार है। सरकार को जहां इन अवैध शराब कारोबारियों पर कार्यवाही करनी चाहिए थी उनके साथ खड़ी दिखाई दे रही है।
उन्होने कहा कि जहरीली शराब से हुई 400 से अधिक मौतों के बाद तमाम घोषणाएं करने वाली भाजपा सरकार सिर्फ विशेष जांच टीम गठित करके इतिश्री कर लेती है और जुमलेबाजी करती रहती है। जहरीली शराब से हुई मौतों पर आज तक एक भी शराब माफिया को सजा नहीं दिलवा पाई। यह दिखाता है कि सरकार का पूरा तन्त्र शराब माफियाओं के नेक्शश के साथ मिला हुअ है।
उन्होने मांग की कि अवैध शराब कारोबारियों को संरक्षण देने वालों की जांच कराई जाए और विगत चार वर्षों में चार सौ से अधिक हुई जहरीली शराब से मौतों की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए।
वार्ता