भतीजे से नाराज चाचा के दिल्ली रवाना होते ही गर्म हुआ चर्चाओं का बाजार
शिवपाल सिंह यादव भतीजे अखिलेश यादव के साथ चल रही नाराजगी के बीच राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हो गए है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव से पहले एक साथ तस्वीर खिंचवाते हुए एकजुटता का संदेश देने वाले प्रगतिशील समाज पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भतीजे अखिलेश यादव के साथ चल रही नाराजगी के बीच राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हो गए है। समाजवादी पार्टी के विधान मंडल दल की बैठक में नहीं बुलाए जाने से नाराज शिवपाल यादव के इटावा से दिल्ली रवाना होते ही जिले में राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ गई है।
रविवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया वादी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अपने गृहनगर इटावा से राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं, जिससे जनपद में राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ गई है और उनके दिल्ली जाने के अपने अपने हिसाब से कयास लगाने लग गये है। दरअसल शनिवार को समाजवादी पार्टी के राजधानी लखनऊ स्थित कार्यालय पर पार्टी के विधायक दल की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक के दौरान समाजवादी पार्टी के चुने हुए विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव के नाम पर अपनी मोहर लगाई थी।
इस बैठक में शिवपाल सिंह यादव को नहीं बुलाया गया था। इसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि वह 2 दिनों से बैठक के आयोजन का इंतजार कर रहे थे, जिसके बाद वह इटावा चले गए और वहीं से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इटावा प्रवास के दौरान आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में शिवपाल सिंह यादव का दर्द झलक उठा था।
उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए रामायण और महाभारत के चरित्रों का उदाहरण देते हुए अपनी बात आम जनमानस के सामने रखी थी। इस भागवत कथा में उनके समधी सिरसागंज के पूर्व विधायक हरिओम यादव भी मौजूद थे। यहां पर भी शिवपाल सिंह यादव ने महाभारत के चरित्रों का जिक्र किया और कहा कि धर्मराज युधिष्ठिर को शकुनि के साथ जुआ नहीं खेलना चाहिए था। अगर जुआ खेलना ही था तो दुर्याेधन के साथ खेलते। लेकिन उन्होंने जुआ शकुनि के साथ खेल लिया।