राम मंदिर ट्रस्ट घोटाले पर कांग्रेस में उबाल-मांगा PM से जवाब
कांग्रेस ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मिले चंदे की रकम में भारी घोटाला हुआ है ।
नई दिल्ली। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से संबंधित एक जमीन के सौदे में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले पर आगे आते हुए जवाब देना चाहिए। कांग्रेस की तरफ से सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इस तमाम मामले की जांच कराने की भी मांग की गई है।
सोमवार को कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से संबंधित एक जमीन के सौदे को लेकर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर जवाब देना चाहिए। उन्होंने पीएम से यह भी आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण के चंदे में अभी तक प्राप्त हुई राशि वह खर्चे का न्यायालय के तत्वाधान में ऑडिट करवाएं तथा चंदे से खरीदी गई सारी जमीन की कीमत को लेकर भी जांच पड़ताल करें।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भगवान श्री राम आस्था के प्रतीक हैं। परंतु भगवान राम की अलौकिक अयोध्या नगरी में श्री राम मंदिर निर्माण हेतु एकत्रित किए गए करोड़ों लोगों से चंदे का दुरुपयोग और धोखाधड़ी करना महापाप और घोर अधर्म है और इस मामले में भाजपाई नेता शामिल हैं। रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया है कि जमीन की रजिस्ट्री के दोनों कागजों पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा गवाह के तौर पर मौजूद है। दोनों कागजों पर दूसरे गवाह भाजपा के प्रमुख नेता और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय हैं। इससे साफ पता चलता है कि 2 करोड रुपए मूल्य की जमीन 5 मिनट में 18.5 करोड रुपए में खरीदने के निर्णय की राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के न्यासियों को पूरी जानकारी थी। उन्होंने कहा, श्री राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार 5 फरवरी, 2020 को हुआ। उपरोक्त तथ्यों से साफ है कि करोड़ों लोगों द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए दी गई दान राशि में घोर महापाप, अधर्म व घोटाला हुआ है। लेकिन प्रधानमंत्री पूरी तरह से चुप हैं।