सपा का हमला- निजी व बरामद असलहों से गोली चलाती है UP पुलिस
नेता प्रतिपक्ष पाण्डेय ने कहा कि सरकार साम्प्रदायिक भावना से काम कर रही है। इस सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय ने मंगलवार को कहा कि फंसने से बचने के लिये पुलिस निजी और बरामद असलहों से गोली चलाती है।
संभल की हिंसा के शिकार युवकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये उन्होने यहां पत्रकारों से कहा कि संभल में पुलिस की गोली से चार युवाओं की मौत हुई। पुलिस दो तरह के असलहे रखती है। फंसने से बचने के लिए निजी और बरामद असलहों से गोली चलाती है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सरकार साम्प्रदायिक भावना से काम कर रही है। इस सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। भाजपा की सरकार पूरे उत्तर भारत में साम्प्रदायिकता फैला रही है।
उन्होने कहा कि सपा संभल और बहराइच मामलों को विधानसभा में उठाएगी, भाजपा सरकार को बेनकाब करेगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल आज संभल घटना की सच्चाई की जांच और पीड़ित परिवारों से शोक संवेदना प्रकट करने जा रहा था लेकिन पुलिस ने जाने की अनुमति नहीं दी। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अगले कदम का स्वयं निर्णय करेंगे। भाजपा सरकार ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए सपा सांसद पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया है जबकि उस दिन सांसद संभल में नहीं थे।
नेता विरोधी दल ने कहा कि भाजपा संविधान विरोधी काम कर रही है। भाजपा सरकार संविधान नहीं मानती है। देश जानता है कि 1991 में संसद ने प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट यानी कि पूजा स्थल कानून पारित किया है। इसमें स्पेशल प्रोविजन के तहत बनाया गया। इस कानून के मुताबिक 15 अगस्त 1947 से पहले भारत में जिस भी धर्म का जो पूजा स्थल था, उसे किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता है। अगर कोई ऐसा करने का प्रयास करता है तो उसे तीन साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। इस कानून में यह भी प्रावधान है कि दूसरे धर्म के कब्जे का सबूत मिलने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है।
वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि 19 नवम्बर 2024 को एक याचिका पर कोर्ट ने दूसरे पक्ष को सुने बिना संभल में जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश दे दिया। उसके बाद भी जामा मस्जिद कमेटी और सबने मिलकर शांतिपूर्ण ढंग से सर्वे कराने में पूरा सहयोग दिया। जब एक बार सर्वे का काम पूरा हो गया तो दोबारा सर्वे की क्या जरूरत पड़ी। पूरे घटनाक्रम से साबित होता है, संभल में प्रशासन की मंशा ठीक नहीं थी, जानबूझ कर घटना करायी गयी। भाजपा सरकार नफरत की भावना से काम कर रही है।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार जानबूझकर प्रदेश में बवाल करा रही है। भाजपा सरकार की मानसिकता साम्प्रदायिकता फैलाने और देश को अधिनायकवादी व्यवस्था में बदलने की है।
वार्ता