बीजेपी नेता एवं अफसरों के गठजोड़ से हुआ सपा एमएलए का सरेंडर
अफसरों के बीच हुए गठजोड़ की वजह से भगोड़े समाजवादी पार्टी के विधायक और उसके भाई का सरेंडर संभव हो सका है।
कानपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेता और अफसरों के बीच हुए गठजोड़ की वजह से भगोड़े समाजवादी पार्टी के विधायक और उसके भाई का सरेंडर संभव हो सका है। भगोड़े एमएलए के आत्मसमर्पण की पटकथा गुपचुप तरीके से लिखी गई थी।
रविवार को कानपुर के प्रेस क्लब में आयोजित की गई प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए अधिकार सेना पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने खुलासा किया है कि हाल ही में हुए सपा विधायक इरफान सोलंकी और उसके भाई के आत्मसमर्पण की पटकथा भारतीय जनता पार्टी के नेता और अधिकारियों के गठजोड़ से लिखी गई है। पहले से ही तैयार की गई पटकथा के मुताबिक हरी झंडी मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के भगोड़े विधायक इरफान सोलंकी और उसके भाई ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।
उन्होंने बताया कि वह नगर निकाय चुनाव की तैयारियों की जानकारी लेने के लिए महानगर में आए हैं। यहां पर वह प्रत्याशियों के नाम निर्धारित करने के साथ-साथ यहां की प्रगति के संबंध में भी जानकारी प्राप्त करेंगे। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहां है कि समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी और उसके भाई के सरेंडर की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी। उन्होंने नाम नहीं लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता के ऊपर अपना निशाना साधते हुए कहा कि कानून का राज उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से खत्म हो चुका है। सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा राज्य में काम किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि विरोधियों को टारगेट कर कार्यवाही का निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने शनिवार को कल्याणपुर में हुई घटना को लेकर भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।