राजनीतिक दल घोषणा पत्र जारी कर बताएं किसानों की प्राथमिकताएं-राकेश

Update: 2021-12-17 12:31 GMT

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारियां कर रहे सभी राजनैतिक दल अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए किसानों की बाबत की जाने वाली अपनी प्राथमिकताएं बताएं।


शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन की राजधानी सिसौली के किसान भवन में आयोजित की गई किसानों की मासिक सभा को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि खेती किसानी को सोची समझी योजना के तहत जानबूझकर घाटे का सौदा बनाया जा रहा है, जिससे कारपोरेट घराने किसानों की जमीन पर अपना कब्जा जमाते हुए भारी मुनाफा कमा सकें। उन्होंने कहा है कि सरकार को सोचना चाहिये कि देश का युवा किसान अब पूरी तरह से जाग चुका है। किसान खेती बाड़ी में बेईमानी नहीं करते हैं, लेकिन राजधानी दिल्ली में किसानों को उनकी उपज का भाव देने वाली कलम बेईमान हो चली है। उन्होंने मुजफ्फरनगर के जिला प्रशासन को निशाने पर लेते हुए कहा है कि वह जिला पंचायत की व्यवस्था में सुधार करें, विकास कार्यो में किसी भी तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस द्वारा थानों में की जा रही एक तरफा कार्यवाही की व्यवस्था पर गहरा रोष जताते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि इस व्यवस्था को बंद किया जाना चाहिए, अन्यथा भाकियू हर समय आंदोलन के लिए तैयार हैं। राकेश टिकैत ने कहा है कि मंडियों से प्राप्त होने वाली आय के माध्यम से किसानों को बेहतर सुविधाएं दी जानी चाहिए। शुगर मिलों पर बकाया किसानों का भुगतान सरकार की ओर से कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि पूरे देश में सरकारों से किसानों के मुद्दों पर वह वार्ता करेंगे। उन्होंने किसानों से आह्वान किया है कि वह समाज को बुराईयों से बचाने के लिये नशा मुक्ति जैसे आंदोलन चलाएं। जिससे किसान परिवारों के साथ सर्वसमाज को शराब पीने से होने वाले शारीरिक और आर्थिक नुकसान को बचाने के लिये दुर्व्यवसनों से मुक्ति मिल सके। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आम जनमानस में आह्वान किया है कि वह अपने दैनिक जीवन में किसानों के उत्पादों का प्रयोग करें जिससे कि कारपोरेट घरानों को टक्कर दी जा सके।



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