कांग्रेसियों के साथ हिरासत में ली गई प्रियंका गांधी दस मिनट बाद ही रिहा
संसद में पारित कर लागू किये गयें कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेसियों के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाल रहीं कांग्रेस।
नई दिल्ली। संसद में पारित कर लागू किये गयें कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेसियों के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाल रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रियंका गांधी के अलावा कुछ अन्य नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है।
दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालकर कृषि कानूनों के खिलाफ 2 करोड़ हस्ताक्षर वाला पत्र राष्ट्रपति को सौंपने का ऐलान किया था।
घोषणा के मुताबिक कांग्रेस कार्यकर्ता राजधानी के विजय चौक पर इकटठा हुए, जिनमें कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल थी। राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाल रहे कांग्रेसी जैसे ही आगे बढे तो पहले से ही सजग दिल्ली पुलिस ने उन्हे रोक लिया और केवल 3 लोगों को ही आगे जाने की अनुमति दी। पुलिस की अनदेखी करते हुए जब कांग्रेस नेता और प्रियंका गांधी राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया।
प्रियंका गांधी और कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लेने के बाद दिल्ली पुलिस उन्हें मंदिर मार्ग पुलिस थाने ले गई है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, जहां प्रत्येक व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार संविधान ने दिया है। मार्च में शामिल कई लोग जनता द्वारा चुने हुए सांसद हैं। इन सांसदों को राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है और इन्हें इसकी इजाजत मिलनी चाहिए। इसमें सरकार को क्या समस्या है? सरकार उन किसानों की बात तक सुनने के लिए तैयार नहीं है, जो लाखों की संख्या में हाडकंपाती ठंड के बीच जाडे पाले की मार सहन करते हुए दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ इतने दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। मंदिर थाना ले जाये गये कांग्रेसियों को लगभग दस मिनट तक हिरासत में रखने के बाद प्रियंका गांधी समेत रिहा कर दिया गया।