चार लोकसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान की तैयारियां पूरी
कांग्रेस-वाम गठबंधन ने छोटी बैठकें करने के अलावा मुख्यत: घर-घर जाकर प्रचार करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण में चार सीटों मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, जंगीपुर और मुर्शिदाबाद में मंगलवार को मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी है।
इन चार सीटों पर विभिन्न राजनीतिक दलों के 57 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के 57 26,12,395 महिलाओं और 154 ट्रांसजेंडरों सहित कुल 73,37,651 मतदाता इन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
चुनावों में मुख्य मुकाबला सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और वामपंथी कांग्रेस के बीच है। भीषण गर्मी के बावजूद मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक दलों का हफ्तों से चल रहा गहन चुनाव प्रचार रविवार की शाम पांच बजे शांत हो गया। भाजपा के लिए प्रचार अभियान में उतरने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं। वहीं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सांसद अभिषेक बनर्जी ने पार्टी उम्मीदवारों के लिए जोरदार प्रचार किया। कांग्रेस-वाम गठबंधन ने छोटी बैठकें करने के अलावा मुख्यत: घर-घर जाकर प्रचार करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
मालदा उत्तर में मौजूदा भाजपा सांसद खगेन मुर्मू का मुकाबला पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार प्रसून बनर्जी से है, जो पुलिस सेवा छोड़ने के तुरंत बाद पार्टी में शामिल हो गये थे। कांग्रेस ने यहां मुस्ताक आलम को उम्मीदवार बनाया है। निर्भया देवी के नाम से जानी जाने वाली श्रीरूपा मित्रा चौधरी मालदा दक्षिण में भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रही है जहां उनके खिलाफ तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार शनावाज़ अली रेहान और कांग्रेस प्रत्याशी ईशा खान चौधरी से हैं। जंगीपुर संसदीय सीट पर तृणमूल कांग्रेस के खलीलुर रहमान को त्रिकोणीय लड़ाई में भाजपा के धनंजय घोष और कांग्रेस के मुर्तजा हुसैन से सामना करना पड़ रहा है। मुर्शिदाबाद सीट पर भाकपा-माले के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम, तृणमूल कांग्रेस के अबू ताहेर खान और भाजपा के गौरी शंकर घोष के बीच टक्कर की स्थिति है।
इस बीच चुनाव आयोग ने लू की स्थिति से निपटने के लिए इन चार लोकसभा सीटों पर मतदान से पहले मतदान अधिकारियों को मतदाताओं की सुविधा के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर विशेष रूप से बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों (दृष्टिबाधित, बोलने और सुनने की विकलांगता) के लिए विशेष व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये हैं। मतदान अधिकारियों को मतदान केंद्रों के सामने लंबे शेड बनाने, पीने के पानी की पर्याप्त आपूर्ति, ओआरएस के भंडारण और बुजुर्गों, महिलाओं तथा दिव्यांगों के लिए छाया के नीचे बैठने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आपातकालीन चिकित्सा किट कई बूथ परिसरों और एकल परिसरों के लिए क्लस्टर आधार पर रखी जाएंगी। आयोग ने मतदाताओं के साथ-साथ मतदान कर्मियों के लिए पंखे लगाने के लिए भी कहा है। सोमवार को मतदान कर्मी पूर्व-निर्धारित केंद्रों से अपने मतदान केंद्रों पर जाने के लिए आवश्यक गैजेट इकट्ठा करने की तैयारी कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बल पहले से ही तैनात हैं। इन क्षेत्रों में सीएपीएफ की लगभग 334 कंपनियां तैनात की जा रही हैं, जिनमें से एक तिहाई मुर्शिदाबाद लोकसभा क्षेत्र की अशांत सीमा पर तैनात हैं।