पार्ट 1: सपा और कैबिनेट मंत्री में छिड़ी जंग: तू-तू मैं-मैं पर आई बात
5 अक्टूबर 2024 को हुई बहस से खोजी न्यूज आपको अपनी खबर के अगले पार्ट में रूबरू करायेगा।
लखनऊ। अक्सर देखा जाता है कि सोशल मीडिया पर राजनैतिक दल एक-दूसरे पर एक्स अकाउंट के जरिये तंज कसते रहते हैं लेकिन यूपी में एक राजनैतिक कटाक्ष चर्चाओं में चल रहा है। यह कटाक्ष समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के एक्स अकाउंट और उत्तर प्रदेश सरकार में काबीना मंत्री एके शर्मा के ऑफिस के ऑफिशियल अकाउंट के बीच चल रहा है। दोनों अकाउंटों पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर इतना बढ़ गया कि अब दोनों एक-दूसरे के जमकर तंज कस रहे हैं। कहां, कैसे और कब शुरू हुई इस जंग से हम आपको रूबरू कराते हैं। यह पार्ट सिर्फ 4 अक्टूबर तक का है, 5 अक्टूबर 2024 को हुई बहस से खोजी न्यूज आपको अपनी खबर के अगले पार्ट में रूबरू करायेगा।
गौरतलब है कि 4 अक्टूबर की सुबह 9ः04 बजे को समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के ऑफिशियल अकाउंट से एक अखबार की कटिंग, जिसमें कानपुर चन्द्रयान 3 रोड की दुर्दशा को लेकर एक खबर छपी हुई थी, को पोस्ट करते हुए कैप्सन में लिखा गया कि इस सड़क में भरे कीचड़ और गंदे पानी में अपनी शक्ल देख ले यूपी का नगर विकास कचरा मंत्री। ये विकास करवाया है? ये गंदगी साफ करवाई है? या सड़क निर्माण, कूड़ा कचरा जलभराव प्रबंधन के नाम पर सिर्फ कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार ही किया है निकम्मे, निर्लज्ज, नकारा और महाभ्रष्ट ने? कौन सी भ्रष्ट शराब का नशा करके सो रहा है मंत्री? उठकर देख अपना निकम्मा, नकारापन। यूपी को बर्बाद कर दिया है भाजपा ने।
उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास और ऊर्जा विभाग के कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ऑफिस के ऑफिशियल अकाउंट से 4 अक्टूबर को करीब दोपहर 1ः52 पर अखिलेश यादव और सपा मीडिया सेल को टैग करते हुए जवाब देते हुए कहा गया कि माननीय अखिलेश यादव जी और उनकी सपा मीडिया सेल द्वारा लगातार लिखी जा रही असभ्य भाषा पर खेद व्यक्त करने के लिए आज अपराह्न 3 बजे तक का समय हम देते हैं। रही बात कानपुर के इस रोड की तो चंद्रयान-3 रोड को दुरुस्त करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाई नई योजना सीएम ग्रिड्स में धन स्वीकृत कर दिया गया है। टेंडर हो गया है। यह कार्य जल्द ही पूर्ण हो जाएगा। हम संवेदनशील हैं ऐसी समस्याओं के लिए। और उनको ठीक करने के लिए तत्पर हैं। साथ ही बाद में हैजटैग का यूज करते हुए लिखा गया कि सपा को कर दो साफ।
इसके बाद फिर कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ऑफिस के ऑफिशियल अकाउंट से 4 अक्टूबर दोपहर को करीब 3ः20 पर लिखा गया कि आज अपराह्न का 3.18 बज गया। स्वाभाविक बात है। जो लोग अपने बाप का सम्मान नहीं करते वो दूसरों का क्या करेंगे। सपा-को-कर-दो-साफ। इसके बाद इसी अकाउंट से 3ः50 पर वीडियो डालते हुए कैप्सन में लिखा गया कि कानपुर की चंद्रयान-3 रोड सहित 6 किलोमीटर की पूरी सड़क की मरम्मत ही नहीं बल्कि इसका वैश्विक स्तर का विकास रुपया 73 करोड़ के खर्च से मंज़ूर करके टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह भी कहा है कि इस रोड का विकास सुनिश्चित करने के साथ-साथ ये भी देखा जाए कि रोड पर पानी बरसात का है या कोई अग़ल बग़ल के नल की टोंटी तो निकाल नहीं ले गया? इसके बाद हैजटैग सपा-को-कर-दो-साफ। लाल-टोपी-काले-कारनामे लिखे गये। 4 अक्टूबर को ही 5ः37 पी.एम पर अखिलेश यादव की सरकार में लगे उनके होर्डिंग के नीचे पड़े हुए कूडे सहित फोटो डालते हुए कैप्सन में लिखा गया कि बेशर्म, निर्लज्ज, भ्रष्ट और नीच समाजवादी सूअरों को ये दिखाई नहीं दिया अपने शासनकाल में। इस गंदगी से अपना पेट भरके और मुँह काला करके घूमते रहे।
कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ऑफिस के ऑफिशियल अकाउंट से 1 अक्टूबर 9ः47 एएम पर लिखी गई सपा के मुखिया और उसका मीडिया सेल दोनों मक्खी की तरह व्यवहार कर रहे हैं। गंदगी देखी नहीं कि उससे चिपक गये... वाराणसी में एक कूड़ाघर पर तकनीकी कारण से एक दिन कुछ घंटों का विलंब हुआ था कूड़ा उठाने में। लेकिन यह भी सच है कि कुछ ही घंटे में उसी दिन कूड़ा उठ भी गया था। आप उस दिन यानी 27 सितंबर की फोटो 30 सितंबर को पोस्ट करके अपनी मानसिक गंदगी दिखा रहे हैं। अगर आपने अपने मुख्यमंत्री काल में इतनी चिंता की होती तो उस समय ही देश के माननीय प्रधानमंत्री जी को हाथ में झाड़ू लेकर नहीं उतरना पड़ता काशी की गलियों में। आपकी जानकारी के लिए आपकी सरकार के समय। वाराणसी से रोज़ मात्र 400 टन कूड़ा उठता था। आज 1000 टन से अधिक यानी अढ़ाई गुना कूड़ा उठाया जा रहा है। आपके समय में काशी में 25 कूड़ाघर थे जिसमें से 18 कूड़ाघरों को नगर निगम ने बंद करा कर आधुनिक बना दिया है। अब काशी में केवल 7 कूड़ाघर बचे हैं जिन्हें आगामी कुछ ही दिनों मे समाप्त कर दिया जायेगा। आपके समय सहित सपा के लंबे शासन काल में इस पुरातन और पौराणिक नगर में एक ईंट भी नहीं रखी गई। आज इसकी चौतरफ़ा चमक, भव्यता और दिव्यता किसी से छिपी नहीं है। माननीय मोदी जी के नेतृत्व में वाराणसी नगर के विकास की वैश्विक झलक पूरी दुनिया के महानुभावों ने ळ20 के आयोजन पर देखी और सभी मंत्रमुग्ध होकर यहाँ से गये। आपकी यह भ्रामक पोस्ट वाराणसी सहित उत्तर प्रदेश के सफ़ाई मित्रों और स्वच्छता के कार्य से जुड़े सभी भाई-बहनों का अपमान है जो हर रोज़ हर मौसम में सफ़ाई कार्य में निष्ठापूर्वक लगे रहते हैं। पोस्ट पर जवाब देते हुए समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के अकाउंट से 4 अक्टूबर 7ः22 पीएम पर लिखा गया कि ये भाषा मंत्री महोदय ने शुरू की थी, इसके बाद जब करारा जवाब मिला तो भाषाई मर्यादा का विक्टिम कार्ड खेल रहे। सुनिए मिस्टर मंत्री जी, जिस भाषा में बोलोगे उसी में जवाब मिलेगा! इस बात का ध्यान रखना!
4 अक्टूबर को 8ः27 पीएम पर काबीना मंत्री एके शर्मा ऑफिस अकाउंट एक्स पर लिखा गया कि अनपढ़, गंवार नाली के कीड़ों को ठीक से पढ़ने भी नहीं आता। लिखा हुआ है कि कानपुर की चंद्रयान-3 वाली सड़क मंज़ूर करके टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अरे बैल बुद्धि ठीक से पढ़ना सीख। जो वोडियो है वो तुम्हारे बाप ने सोचा नहीं होगा वैसा वैश्विक स्तर का रोड बनाने का कॉन्सेप्ट है। टोंटी चोर जहाँ जहाँ जाते हैं वहाँ से टोंटी निकालने की वजह से जल भराव हो ही जाता है। इस सड़क पर भी हो न हो ऐसा कुछ कारण हो। देख लो उधर की कोई टोंटी खुलके तुम्हारे घर आई है क्या। बाद हैजटैग लिखे गये सपा-को-कर-दो-साफ, लाल-टोपी-काले-कारनामे।
सपा मीडिया सेल के अकाउंट से कोई विक्टिम कार्ड नहीं खेल रहा है वाली पोस्ट पर 4 अक्टूबर 7ः52 पीएम पर लिखा गया कि सुनिए मिस्टर मिनिस्टर। आपने जो अपने प्रथम ट्वीट में मक्खी वाली भाषा लिखी क्या वो उचित थी? याद रखिए ,ये यूपी का अवध है ,यहां पहले आप होता है ,पहले आप के बाद दे दना दन सिर्फ हम होता है ,आप आगे आगे चलिए आपको पीछे पीछे हम सिखाएंगे भाषाई मर्यादा ,यहां ना कोई डरता है ना आपसे या आपकी सरकार से घबराता है ,यहां डंके की चोट पर सीधा सीधा बोला जाता है। अपने कान में सरसों का तेल डालकर कान साफ करके लाउड एंड क्लियर सुन लीजिए इस बात को। इस बात का जवाब देते हुए मंत्री एके शर्मा ऑफिस अकाउंट से 8ः34 पीएम पर लिखा गया कि हाँ मैं जानता हूँ। लात के भूत बात से नहीं मानते। लेकिन अवधनरेश मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने सिखाया है कि रावण और उसके वंशजों को भी सुधारने का भरसक प्रयास कर लेना चाहिए। नहीं माने तो दे दना-दन। जो रावण के साथ हुआ। वही तुम्हारे साथ भी होगा।
सपा मीडिया सेल के अकाउंट से 4 अक्टूबर 7ः57 पीएम पर उनकी आईडी जोड़ते हुए लिखा गया कि कोई आपको आपके विभाग की कमी , कूड़ा कचरा दिखायेगा, आपके विभाग की खामियां बताएगा तो आप उसे मक्खी बोलेंगे? आपके सरकार के अधिकतर बड़बोले मंत्रियों की भाषा शैली का सुधार हो चुका है, अपनी आप अब सुधार लीजिए, यहां भाषाई ज्ञान ना दीजिए।
उक्त बात का एके शर्मा ऑफिस अकाउंट से जवाब देते हुए 4 अक्टूबर को 9ः01 पीएम पर लिखा गया कि तुम हमें भाषा सिखाओगे? मक्खी और गंदगी एक राजनीतिक कटाक्ष है। तुम लोग जो भाषा लिख रहे हो सीधा-सीधा गाली-गलौज है। सुधार तुमको करना है। माफ़ी तुमको माँगनी है। विभाग की कमी थी वो वाराणसी और कानपुर दोनों जगह जनहित में स्वीकार करके कार्यवाही भी तुम्हारे कहे बिना ही हो गई है। फिर उसको व्यक्तिगत आक्षेप तक लाना और असभ्य भाषा लिखना ये शुरुआत तुम लोगों ने किया। हम कई दिनों तक बर्दाश्त करते रहे। ख़राब शब्दों की और मसाले की कमी हमारे पास भी नहीं है। सुधार कर लो। यह मैंने सुबह भी कहा था। फिर एक मौक़ा रात भर का दे रहा हूँ।