कृषि विधेयक का विरोध - विधायक बलराज कुंडू ने दी अनशन की धमकी
हरियाणा में महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने संसद में पारित कृषि विधेयकों में राज्य सरकार से सुधार करने की मांग की
जींद। हरियाणा में महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने आज कहा कि उन्होंने संसद में पारित कृषि विधेयकों में राज्य सरकार से सुधार करने की मांग की है और 11 दिन का अल्टीमेटम दिया है, यदि तब तक सरकार ने इन किसान विरोधी बिलों में जरूरी सुधार नहीं किये तो वे 2 अक्टूबर को महम चौबीसी के चबूतरे पर अनशन शुरू करेंगे।
निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू यहां कृषि विधेयकों के खिलाफ जींद की अनाज मंडी में चल रहे किसान-मजदूर-आढ़ती और कमेरे वर्ग के धरने को समर्थन देने पहुंचे थे। धरने को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बेशक केंद्र ने धक्केशाही से इन विधेयकों को पास करवा लिया है लेकिन संविधान के मुताबिक कृषि राज्य का विषय है और राज्य सरकार को तुरन्त इनमें जरूरी बदलाव करने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल अपनी राजनीति चमकाने के लिए समर्थन का ड्रामा कर रहे हैं लेकिन न तो कोई विपक्षी विधानसभा में बोला और ना ही कल संसद और राज्यसभा में इन किसान विरोधी काले कानूनों पर आवाज उठाई। उन्होंने कहा, "विधानसभा के एक दिन के सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे से चोंच से चोंच लड़ाते नजर आए और मेरे प्राइवेट बिल को स्वीकार तक नहीं किया गया।" उन्होंने कहा कि किसान, कमेरे, मजदूर और आढ़ती वर्ग को अपने-पराए की पहचान करनी होगी। जिन नेताओं को चुनकर लोग विधानसभा या संसद में भेजते हैं उनसे सवाल करने चाहिए।