अब इस पार्टी ने किया उम्मीदवारों का ऐलान-150 प्रत्याशी घोषित
आम चुनाव में उतर रही आम आदमी पार्टी की ओर से अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी गई है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे आम चुनाव में उतर रही आम आदमी पार्टी की ओर से अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी गई है। जिसमें उत्तर प्रदेश की 150 विधानसभा सीटों के लिए पार्टी द्वारा अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है। जिसमें पढ़े लिखे लोगों को अहमियत देते हुए 55 ओबीसी, 33 अनुसूचित जाति, 14 मुस्लिम, 6 कायस्थ एवं 36 ब्राह्मणों को उम्मीदवार बनाया गया है।
रविवार को आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह की ओर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी गई है, जिसमें 150 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए गए हैं। राजधानी लखनऊ में आयोजित की गई प्रेसवार्ता में राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बताया है कि पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनाए गए लोगों में 8 एमबीए पास किए हुए प्रत्याशी हैं। 38 प्रत्याशियों ने पोस्टग्रेजुएट किया हुआ है। 4 डॉक्टर, 8 पीएचडी होल्डर, 7 इंजीनियर, 8 बीएड डिग्रीधारी लोगों के अलावा 36 उम्मीदवार ग्रेजुएट तथा छह उम्मीदवार डिप्लोमा धारी है। यदि इनकी जातियों की बात की जाए तो इनमें 55 ओबीसी, 33 अनुसूचित जाति, 14 मुस्लिम और 6 कायस्थ के अलावा 36 उम्मीदवार ब्राह्मण है। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा है कि पार्टी की ओर से अच्छे उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। उत्तर प्रदेश की जनता से आम आदमी पार्टी को पूरी उम्मीद है कि वह हमारी पार्टी के योग्य उम्मीदवारों को वोट जरूर देकर उनका चुनाव करेंगे। उन्होंने कहा है कि हमारे उम्मीदवारों की सूची में ग्रेजुएट और इंजीनियर से लेकर डॉक्टर तक उम्मीदवार बनाए गए हैं। उन्होंने बताया है कि हमारी पार्टी ने अनुसूचित जाति के 33 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी ने ब्राह्मण समाज को सम्मान देते हुए 36 ब्राह्मणों को टिकट दिए हैं। इसी तरह ओबीसी का भी पूरा ध्यान रखते हुए 55 प्रत्याशी पिछड़ा वर्ग समाज की ओर से उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारे गए हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी गोवा एवं पंजाब में जोर-शोर के साथ विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। वहां पर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल दिल्ली सरकार जैसे विकास मॉडल की बात को जोर देकर मतदाताओं के सामने रख रहे हैं।