बजट में नयी दिखी गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई की चिंता: मायावती

मायावती ने कहा कि करों की मार से कराह रही जनता को नये वादों से लुभाने का प्रयास बजट में किया गया है

Update: 2022-02-01 09:06 GMT

लखनऊ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश आम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मायावती ने कहा कि करों की मार से कराह रही जनता को नये वादों से लुभाने का प्रयास बजट में किया गया है जबकि बढ़ती गरीबी,बेरोजगारी और महंगाई पर रोकथाम के कोई उपाय नहीं किये गये है।

मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा " संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट नए वादों के साथ जनता को लुभाने के लिए लाया गया है, जबकि गतवर्षों के वादों व पुरानी घोषणाओं आदि के अमल को भुला दिया गया है, यह कितना उचित। केन्द्र बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व किसानों की आत्महत्या जैसी गंभीर चिन्ताओं से मुक्त क्यों।"

उन्होने कहा "केन्द्र सरकार द्वारा अपनी पीठ आप थपथपा लेने से अभी तक देश की बात नहीं बन पा रही है। करों की मार लोगों का जीना दुभर किए हुए है। इसीलिए केन्द्र का भरसक प्रयास खासकर बेरोजगारी व असुरक्षा आदि के कारण लोगों में छाई तंगी, मायूसी व हताशा को कम करने की हो तो बेहतर।"

वार्ता

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