शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे मंत्री हुए पैदल- नीचे से निकल गई कुर्सी
उद्योग कॉमर्स एंड एंटरप्राइजेज इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एवं इलेक्ट्रॉनिक मंत्री की अब कुर्सी चली गई है।
कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए उद्योग कॉमर्स एंड एंटरप्राइजेज इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एवं इलेक्ट्रॉनिक मंत्री की अब कुर्सी चली गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कैबिनेट मंत्री को उनके पद से हटा दिया है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद मंत्री को पद से हटाए जाने की मांग उठ रही थी।
बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए उद्योग कॉमर्स एंड एंटरप्राइजेज इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एवं इलेक्ट्रॉनिक मंत्री को अभी तक बर्खास्त नही किये जाने को लेकर हो रही चौतरफा फजीहत के बाद कैबिनेट की बैठक बुलाई। बैठक के संपन्न होने के कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री की ओर से शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार उद्योग कॉमर्स एंड एंटरप्राइज इन इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एंड इलेक्ट्रॉनिक मंत्री पार्थ चटर्जी को हटाए जाने संबंधी आदेश जारी कर दिया। अब इन विभागों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद संभालेगी।
उल्लेखनीय है पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी से ठीक पहले प्रवर्तन निदेशालय में उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के आवास के भीतर छापामार कार्यवाही करते हुए तकरीबन 210000000 रूपये बरामद किए थे।
उल्लेखनीय है कि सरकारी स्कूलों एवं सहायता प्राप्त स्कूलों में हुए कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के समय पार्थ चटर्जी के बाद शिक्षा विभाग का प्रभार था, बाद में उनसे यह विभाग छीन लिया गया था।
प्रवर्तन निदेशालय स्कूल सेवा आयोग द्वारा की गई शिक्षकों की भर्ती में बरती गई कथित अनियमितता के आरोपों की जांच कर रहा है।