नई कृषि कानूनों की वापसी को जयंत ने बताया किसानों की जीत
राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत सिंह ने कहा है कि यह किसानों की जीत के साथ देश की भी जीत है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से प्रकाश पर्व के मौके पर 3 नए कृषि कानूनों को निरस्त करने के एलान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत सिंह ने कहा है कि यह किसानों की जीत के साथ देश की भी जीत है। उन्होंने कृषि कानूनों के वापिस होने पर अपनी पार्टी की ओर से किसानों को बधाई भी दी है।
शुक्रवार को राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद कहा है कि नए कृषि कानूनों की वापसी किसानों की जीत के साथ देश की भी जीत है। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर हिंदी में ट्वीट करते हुए लिखा है कि किसान की जीत, हम सब की है। देश की जीत है। रालोद के ट्विटर हैंडल पर कहा गया है कि नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने से मिली जीत किसानों के संघर्ष, तप और बलिदान की जीत है। देश के किसानों को बधाई। पार्टी ने भी किसानों को बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि पिछले तकरीबन 1 साल से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अन्य देश भर के अनेकों किसान राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर स्थित गाजीपुर, सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर धरना दिए हुए बैठे हैं। केंद्र और किसान प्रतिनिधियों के बीच इस अवधि के दौरान 11 दौर की औपचारिक बातचीत हो चुकी थी, जिसका कोई नतीजा नहीं निकला था। केंद्र सरकार की ओर से आज रद्द किए गए नए कृषि कानूनों को जहां किसान हितेषी बताया जा रहा था, वही प्रदर्शनकारी किसानों का कहना था कि नए कृषि कानून उन्हें कारपोरेट घरानों के आश्रित बना देंगे।