जाट महासभा का अल्टीमेटम- पूर्व PM की मूर्ति से नहीं हटी पन्नी तो...
सोमवार को जनपद जाट महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे।
मुजफ्फरनगर। जाट महासभा ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए प्रशासन को दो टूक अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि बुढाना कोतवाली क्षेत्र के गांव परासौली में लगी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा से अगर 19 जनवरी तक पन्नी नहीं हटाई गई तो 20 जनवरी को जाट महासभा खुद पन्नी हटाकर प्रतिमा का अनावरण कर देगी।
सोमवार को जनपद जाट महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा को ज्ञापन देकर बताया कि तकरीबन 20 साल पहले जनपद के बुढाना कोतवाली क्षेत्र के गांव परासौली में सिंचाई विभाग की जमीन पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसका अभी तक अनावरण नहीं किया गया है।
पिछले 20 साल से चौधरी साहब की प्रतिमा पन्नी के भीतर लिपटी हुई है। सिंचाई विभाग की जमीन पर स्थापित की गई चौधरी साहब की प्रतिमा पर अभी तक पन्नी लिपटे रहने से यह पूर्व प्रधानमंत्री और किसानों का खुला अपमान है।
जाट महासभा ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में दो टूक अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि प्रशासन ने 19 जनवरी तक चौधरी साहब की प्रतिमा से प्लास्टिक की पन्नी को हटवा कर इसका अनावरण नहीं किया तो 20 जनवरी को जाट महासभा खुद ही चौधरी साहब की प्रतिमा से पन्नी हटाकर मूर्ति का अनावरण कर देगी। ज्ञापन देने वालों में जाट महासभा के दर्जनों पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि चौधरी चरण सिंह हिंडन कृष्णा दोआब नहर परियोजना का लोकार्पण वर्ष 2004 की 15 जनवरी को राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह तथा तत्कालीन प्रदेश की सिंचाई मंत्री अनुराधा चौधरी नेसंयुक्त रूप से किया था।
उन्होंने इस परियोजना को चौधरी चरण सिंह के सपनों को साकार होना बताते हुए कहा था कि अब टेल तक पानी पहुंचेगा और यह इलाका रेगिस्तान नहीं बनेगा। नहर परियोजना पूरी होने से इलाके को भरपूर पानी मिलेगा, जिससे क्षेत्र में हरित क्रांति का संचार होगा।
तत्कालीन सिंचाई मंत्री अनुराधा चौधरी ने कहा था कि वर्ष 2005 तक टिहरी बांध तैयार हो जाने पर 3 वर्षों के भीतर गंगा का पानी परियोजना में लाया जाएगा।
सिंचाई विभाग की जमीन पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा भी स्थापित की गई है। तकरीबन 20 साल पहले बनकर तैयार हुई चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अभी तक अनावरण नहीं हुआ है और पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा अभी तक पन्नी में लिपटी हुई है।