निवेश प्रस्ताव अर्थव्यवस्था को नंबर 1 बनाने के प्रयासों का परिणाम- योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फरवरी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) से अब तक यूपी को...
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फरवरी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) से अब तक यूपी को मिले 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्रदेश की अर्थव्यवस्था को देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का परिणाम हैं।
योगी रविवार को गोरखपुर के राजेंद्र नगर में एक बैंक्वेट हाल का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि इन निवेश प्रस्तावों को लाने के लिए यूपी की छवि सुधारनी पड़ी, सुरक्षा का बेहतरीन माहौल बनाना पड़ा, नीतियां बनानी पड़ीं और कई तरह के रिफॉर्म करने पड़े।
उन्होंने कहा कि पहले यूपी में निवेश की बात तो दूर बाहर के लोग गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के नाम पर यहां के लोगों को होटल, धर्मशाला में कमरा नहीं देते थे, टैक्सी में नहीं बैठाया जाता था और छह वर्ष पूर्व चंद लोगों के गलत होने से पूरे प्रदेश की बदनामी थी पर आज गोरखपुर और यूपी के लोगों को बाहर न केवल भरपूर सम्मान मिलता है बल्कि सिर.आंखों पर बैठाया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस धारणा परिवर्तन के लिए सरकार को संकल्पबद्ध होकर ईमानदारी से प्रयास करने पड़े। योगी ने कहा की देश में पहले भी कई जगहों पर इन्वेस्टर्स समिट हो चुके हैं लेकिन तब 10 से 12 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिलते थे जबकि यूपी को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसके जरिये 1.10 करोड़ युवाओं को नौकरी मिलेगी। यहां के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा बल्कि बाहर के लोग यहां नौकरी और रोजगार के लिए आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की प्रक्रिया में बने रहते हुए इसे और तेज करने के लिए समय के अनुरूप चलना होगा। उन्होंने कहा कि यदि हम समयानुकूल अच्छी सुविधा देने में विफल हो गए तो क्षेत्र के विकास में लगकर रोजगार सृजन करने वाला पैसा बाहर चला जाता है। क्षेत्र के विकास में पैसे का प्रवाह बाधित न हो इसके लिए ईमानदारी से प्रयास करने वालों का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हर व्यक्ति विकास में सहभागी बनकर अपनी भूमिका निभाता है तो उसका लाभ क्षेत्र से लेकर देश तक को मिलता है।
उन्होंने विकास के सकरात्मक पहल से हर व्यक्ति को जुड़ने का आह्वान करते हुए गोरखपुर में हुए विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आज गोरखपुर में अच्छे होटल, रिजॉर्ट, हॉस्पिटल और शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं। कभी यहां एक विश्वविद्यालय होता था और आज चार विश्वविद्यालय हैं। हर तरफ फोरलेन सड़कों की कनेक्टिविटी है। रात में गोरखपुर के खाद कारखाने की चमक विदेश की फैक्ट्री जैसा महसूस कराती है। रामगढ़ताल यूरोप के टूरिस्ट स्पॉट जैसा नजर आता है।