लो कर लो बात-BJP प्रत्याशी को भी नतीजों पर शक- पहुंचे चुनाव आयोग

प्रत्याशियों ने ईवीएम एवं वोटर वेरिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यूनिट के मेमोरी वेरिफिकेशन की मांग उठाते हुए सत्यापन की मांग की;

Update: 2024-06-18 06:11 GMT

नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराए जाने के मामले को लेकर मचे घमासान के बीच लोकसभा चुनाव 2024 में हार का सामना करने वाले तकरीबन दर्जनभर उम्मीदवारों ने इलेक्शन कमिशन को आवेदन देकर EVM एवं VVPAT जांच की मांग की है। जिनमें भाजपा उम्मीदवार से लेकर अन्य दलों के प्रत्याशी भी शामिल है।

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों को लेकर हार का सामना करने वाले दर्जन भर उम्मीदवारों ने इलेक्शन कमीशन को आवेदन देते हुए EVM एवं VVPAT के मिलान की डिमांड उठाई है। अपने आवेदनों में इन प्रत्याशियों ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन एवं वोटर वेरिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यूनिट के मेमोरी वेरिफिकेशन की मांग उठाते हुए इनके सत्यापन की मांग की है।

EVM एवं VVPAT के मिलन की मांग को लेकर जिन उम्मीदवारों ने आवेदन दिए हैं उनमें महाराष्ट्र की अहमद नगर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुजय राधाकृष्ण विखे पाटिल शामिल है। जिन्हें शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार रहे निलेश ज्ञान देव लंके ने तकरीबन 28929 मतों से हराया है। भाजपा उम्मीदवार के अलावा उड़ीसा की झारसुगुड़ा लोकसभा सीट से बीजू जनता दल की उम्मीदवार दीपाली दास ने भी EVM एवं VVPAT मिलान की मांग उठाई है, वह भारतीय जनता पार्टी के टंकधर त्रिपाठी से 1265 वोटो से हार गई थी।

अधिकांश उम्मीदवारों ने एक से तीन एवं यूनिट के सत्यापन की डिमांड उठाई है। अब इन उम्मीदवारों को प्रत्येक एवं यूनिट के लिए 40000 रुपए और उस पर 18 फीसदी जीएसटी चुकाना पड़ा है।

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