किसान विरोधी कृषि कानूनों का वापिस ले सरकार-अर्कवंशी
किसानों के समर्थन में आगे आते हुए कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया और जोरदार नारेबाजी करते नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग की है।
हरदोई। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने किसानों के समर्थन में आगे आते हुए कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया और जोरदार नारेबाजी करते नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग की है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने डीएम के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर किसान आंदोलन के समाधान की मांग की है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष धर्म सिंह अर्कवंशी के नेतृत्व में पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन करते हुए नये कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने की मांग की। डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजें ज्ञापन में पार्टी ने कहा है कि भारत सरकार द्वारा संसद में पारित कर लाये गए तीनों नये कृषि कानून पूरी तरह से किसान विरोधी है और आम जनता के भी खिलाफ है। यह कानून केवल किसानों से ही जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि देश के हर व्यक्ति पर इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा। इस कानून के खिलाफ केवल हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब के ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग भागों से किसान भारी संख्या में दिल्ली की सीमा पर आकर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नये कृषि कानून कही से भी देश हित में नहीं है। कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में लगभग डेढ़ सौ किसान अब तक शहीद हो चुके हैं। लेकिन सरकार ने शहीद किसान परिवारों को मुआवजे की घोषणा नहीं की है। उन्होंने मांग उठाई कि किसान आंदोलन में शहीद हुए किसान परिवारों के परिजनों को सरकारी नौकरी के साथ मुआवजे की घोषणा की जाए। धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन देने वालों में अधिवक्ता संजीव यादव, अधिवक्ता अजय यादव, अधिवक्ता हसनैन हैदर, पुनीत अर्कवंशी, परमानंद अर्कवंशी, मुन्ना अर्कवंशी, राहुल गौतम, मुकेश, आशीष, राग कुशवाहा, कल्लू कनौजिया, रामकुमार वैश्य और श्याम बिहारी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।